"अधिराजेन्द्र" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
छो (Text replace - "{{लेख प्रगति" to "{{प्रचार}} {{लेख प्रगति")
पंक्ति 7: पंक्ति 7:
 
*अधिराजेन्द्र शैव धर्मावलम्बी था और प्रसिद्ध वैष्णव आचार्य रामानुज से इतना द्वेष करता था कि उन्हें उसके राज्य काल में श्रीरंगम छोड़कर अन्यत्र चला जाना पड़ा।
 
*अधिराजेन्द्र शैव धर्मावलम्बी था और प्रसिद्ध वैष्णव आचार्य रामानुज से इतना द्वेष करता था कि उन्हें उसके राज्य काल में श्रीरंगम छोड़कर अन्यत्र चला जाना पड़ा।
  
 +
{{प्रचार}}
 
{{लेख प्रगति
 
{{लेख प्रगति
 
|आधार=आधार1
 
|आधार=आधार1

11:09, 10 जनवरी 2011 का अवतरण

  • वीर राजेन्द्र के बाद उसका पुत्र अधिराजेन्द्र राजा बना।
  • पर वह चोल साम्राज्य की शक्ति को अक्षुण्ण रखने में असमर्थ रहा।
  • उसके शासन काल में सर्वत्र विद्रोह शुरू हो गए, और इन्हीं के विरूद्ध संघर्ष करते हुए अपने राज्य के पहले साल में ही उसकी मृत्यु हो गई।
  • चोलवंश का अन्तिम राजा था।
  • अधिराजेन्द्र परांतक का वंशधर था।
  • अधिराजेन्द्र ने केवल तीन वर्ष (1072-74 ई.) तक राज्य किया और उसकी हत्या कर दी गई।
  • अधिराजेन्द्र शैव धर्मावलम्बी था और प्रसिद्ध वैष्णव आचार्य रामानुज से इतना द्वेष करता था कि उन्हें उसके राज्य काल में श्रीरंगम छोड़कर अन्यत्र चला जाना पड़ा।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख