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'''घोघा''' [[काठियावाड़]], [[गुजरात]] के समुद्र तट पर एक छोटा-सा बंदरगाह है। यह बंदरगाह [[भावनगर]] के निकट स्थित है।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर|संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=313|url=}}</ref>
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'''घोघा बंदरगाह''' [[काठियावाड़]], [[गुजरात]] के समुद्र तट पर स्थित है। यह एक छोटा-सा बंदरगाह है, जो [[भावनगर]] के निकट स्थित है।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर|संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=313|url=}}</ref>
  
 
*प्राचीनकाल में [[जैन|जैनों]] के तीर्थ रूप में घोघा की मान्यता थी।
 
*प्राचीनकाल में [[जैन|जैनों]] के तीर्थ रूप में घोघा की मान्यता थी।

10:11, 29 अगस्त 2012 के समय का अवतरण

घोघा बंदरगाह काठियावाड़, गुजरात के समुद्र तट पर स्थित है। यह एक छोटा-सा बंदरगाह है, जो भावनगर के निकट स्थित है।[1]

  • प्राचीनकाल में जैनों के तीर्थ रूप में घोघा की मान्यता थी।
  • घोघा नगरी सौराष्ट्र और गुजरात की पुरानी लोक कथाओं में सुंदर नारियों के लिए प्रख्यात थी।
  • गुजरात के अनेक युवक घोघा की कुमारियों से विवाह करके अपने को भाग्यशाली समझते थे।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |पृष्ठ संख्या: 313 |

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