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*लगभग 1492 में [[बहमनी राज्य]] का विखंडन हो गया, लेकिन सुल्तानों ने बीदर के आसपास का एक छोटा क्षेत्र अपने क़ब्ज़े में रखा। *वास्तविक सत्ता उस समय अमीर क़ासिम बरीद के हाथ में थी। उनके पोते अली बरीद ने 1542 में राजसी उपाधि धारण की। | *लगभग 1492 में [[बहमनी राज्य]] का विखंडन हो गया, लेकिन सुल्तानों ने बीदर के आसपास का एक छोटा क्षेत्र अपने क़ब्ज़े में रखा। *वास्तविक सत्ता उस समय अमीर क़ासिम बरीद के हाथ में थी। उनके पोते अली बरीद ने 1542 में राजसी उपाधि धारण की। | ||
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बरीदशाही राजवंश 1487 से 1619 तक छोटे से राज्य बीदर (अब दक्षिण-पश्चिमी भारत के कर्नाटक में) पर शासन करने वाले शासक थे।
- बरीद परिवार के सदस्य मुस्लिम बहमनी सुल्तानों के मंत्री थे, जिन्होंने 1430 में बीदर को अपनी राजधानी बनाया।
- लगभग 1492 में बहमनी राज्य का विखंडन हो गया, लेकिन सुल्तानों ने बीदर के आसपास का एक छोटा क्षेत्र अपने क़ब्ज़े में रखा। *वास्तविक सत्ता उस समय अमीर क़ासिम बरीद के हाथ में थी। उनके पोते अली बरीद ने 1542 में राजसी उपाधि धारण की।
- 1619 में इस राज्य को बीजापुर के बड़े दक्कन राज्य में मिला दिया गया।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख
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