मुशरिफ़-ए-मुमालिक
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
व्यवस्थापन (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:29, 8 सितम्बर 2011 का अवतरण (Text replace - "==संबंधित लेख==" to "==संबंधित लेख== {{सल्तनतकालीन प्रशासन}}")
मुशरिफ़-ए-मुमालिक (हिन्दी:महालेखाकार) प्रान्तों एवं अन्य विभाग से प्राप्त होने वाली आय एवं उसके व्यय का लेखा-जोखा रखने का दायित्व 'मुशरिफ़-ए-मुमालिक' का होता था। यह वज़ीर का अधीनस्थ होता था और नाज़िर इसका सहायक होता था।
भारत के इतिहास में सल्तनत काल में यह एक महत्वपूर्ण पद हुआ करता था।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख