"राम" के अवतरणों में अंतर
शिल्पी गोयल (चर्चा | योगदान) |
|||
पंक्ति 2: | पंक्ति 2: | ||
| | | | ||
{{incomplete}} | {{incomplete}} | ||
− | + | {{पात्र परिचय | |
+ | |चित्र=Ramayana.jpg | ||
+ | |अन्य नाम=मर्यादा पुरुषोत्तम | ||
+ | |अवतार=[[विष्णु]] | ||
+ | |वंश-गोत्र=इक्ष्वाकु | ||
+ | |कुल=रघुकुल | ||
+ | |पिता=[[दशरथ]] | ||
+ | |माता=[[कौशल्या]] | ||
+ | |धर्म पिता= | ||
+ | |धर्म माता= | ||
+ | |पालक पिता= | ||
+ | |पालक माता= | ||
+ | |जन्म विवरण=रामनवमी | ||
+ | |समय-काल= | ||
+ | |धर्म-संप्रदाय= | ||
+ | |परिजन=[[सुमित्रा]], [[कैकेयी]], [[लक्ष्मण]], [[भरत]], [[शत्रुघ्न]] | ||
+ | |गुरु=[[वसिष्ठ]], [[विश्वामित्र]] | ||
+ | |विवाह=[[सीता]] | ||
+ | |संतान=[[लव]], [[कुश]] | ||
+ | |विद्या पारंगत= | ||
+ | |रचनाएँ= | ||
+ | |महाजनपद= | ||
+ | |शासन-राज्य=अयोध्या | ||
+ | |संदर्भ ग्रंथ=[[रामायण]] | ||
+ | |प्रसिद्ध घटनाएँ=वनवास, भरत मिलाप, सीता हरण, [[रावण]] वध, सीता की अग्नि परिक्षा | ||
+ | |अन्य विवरण= | ||
+ | |मृत्यु=सरयू में लीन हुए | ||
+ | |यशकीर्ति=मर्यादा पुरुषोत्तम, पितृ भक्त | ||
+ | |अपकीर्ति=सीता त्याग, [[बाली]] वध, [[शम्बूक]] वध | ||
+ | |संबंधित लेख=[[राम]], [[रामायण]], [[चालीसा]], [[आरती]] | ||
+ | }} | ||
+ | |||
'''मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम'''<br /> | '''मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम'''<br /> | ||
*हिन्दू धर्म में, राम, [[विष्णु]] के 10 अवतारों में से एक हैं। | *हिन्दू धर्म में, राम, [[विष्णु]] के 10 अवतारों में से एक हैं। |
13:25, 28 मई 2010 का अवतरण
मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम
हिन्दू धर्म के कई त्योहार, जैसे दशहरा और दीपावली, राम की जीवन-कथा से जुडे हुऎ है। माना जाता है कि राम का जन्म प्राचीन भारत में हुआ था। उनके जन्म के समय का अनुमान सही से नहीं लगाया जा सका है। आज के युग में राम का जन्म, रामनवमी के रुप में मनाया जाता है। राम चार भाईयो में से सबसे बड़े थे, इनके भाइयो के नाम लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न थे। राम बचपन से ही शान्त स्वभाव के वीर पुरुष थे। उन्होने मर्यादाओं को हमेशा सर्वोच्च स्थान दिया था। इसी कारण उन्हे मर्यादा पुरुषोत्तम राम के नाम से जाना जाता है। उनका राज्य न्यायप्रिय और ख़ुशहाल माना जाता था, इसलिए भारत में जब भी सुराज की बात होती है, रामराज या रामराज्य का उद्धरण दिया जाता है। धर्म के मार्ग पर चलने वाले राम ने अपने तीनो भाइयों के साथ गुरु वसिष्ठ से शिक्षा प्राप्त की। | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
अन्य लिंक |