वैदूर्य पत्तन

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
व्यवस्थापन (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 14:10, 6 अप्रैल 2015 का अवतरण (Text replace - " कस्बा" to " क़स्बा")
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

वैदूर्य पत्तन आंध्र प्रदेश में गोदावरी नदी के तट पर स्थित एक क़स्बा तथा बंदरगाह है।

  • इस कस्बे के निकट 'अरुणाश्रम' नामक स्थान को दक्षिण के प्रसिद्ध दार्शनिक संत निम्बार्काचार्य का जन्मस्थान माना जाता है। इनका एकमात्र ग्रंथ वेदांत सूत्रों पर भाष्य, 'वेदांत पारिजात सौरभ' ही मिलता है।
  • निम्बार्काचार्य ने 'द्वैताद्वैत सिद्धांत' का प्रतिपादन तथा भक्तिमार्ग का संपोषण किया था। 'श्रीमद्भागवत' से इन्हें बहुत अनुराग था।[1]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 879 |

संबंधित लेख