कंध - (काव्य प्रयोग, पुरानी हिन्दी) संज्ञा पुल्लिंग (संस्कृत स्कन्ध)[1]
1. कंधा।
2. डाली।
उदाहरण-
अव्यक्त मूलमनादि तरुत्वच चारि निगमागम भनै षट्कंध शाखा पंचबीस अनेक पर्ण सुमन घने। - तुलसी साहब की शब्दावली[2]
3. योगशास्त्र में प्रसिद्ध नाड़ियों का एक पुतला जिसका शास्त्रीय नाम कंद है। - प्राणसंगली[3]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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