फ़ौज़िया ख़ान (चर्चा | योगदान) छो |
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'''हजारद्वारी पैलेस''' [[पश्चिम बंगाल]] में [[मुर्शिदाबाद ज़िला|मुर्शिदाबाद ज़िले]] का सबसे प्रमुख पर्यटक स्थल है। हजारद्वारी पैलेस के संग्रहालय में 18वीं शताब्दी की [[चांदी]] की दुर्लभ वस्तुएँ हैं। | '''हजारद्वारी पैलेस''' [[पश्चिम बंगाल]] में [[मुर्शिदाबाद ज़िला|मुर्शिदाबाद ज़िले]] का सबसे प्रमुख पर्यटक स्थल है। हजारद्वारी पैलेस के संग्रहालय में 18वीं शताब्दी की [[चांदी]] की दुर्लभ वस्तुएँ हैं। | ||
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हजारद्वारी पैलेस देखने के बाद यहाँ पर बने संग्रहालय में घूमने जा सकते हैं। इसमें शाही घरानों और नवाबों के जीवन से जुड़ी आकर्षक वस्तुएँ देखी जा सकती हैं। जिनमें हथियार, सुन्दर पेंटिग्स, हाथी के दांत से बनी वस्तुएँ और शानदार कलाकृतियाँ प्रमुख हैं। इस संग्रहलय में 2700 से अधिक हथियारों को देख सकते हैं। इन हथियारों में [[अलीवर्दी ख़ाँ|नबाव अलीवर्दी खान]], [[सिराजुद्दौला]] और उनके दादाजी की तलवारें प्रमुख हैं। यहाँ घूमने के बाद विन्टेज कारों का अदभूत संग्रह भी देख सकते हैं। इन कारों का प्रयोग शाही घराने के सदस्य किया करते थे। संग्रहालय और पैलेस देखने के बाद यहाँ पर बने पुस्तकालय में भी घूमने जा सकते हैं। संग्रहालय में ब्रितानी जमाने की दुर्लभ वस्तुएं रखी हैं। | हजारद्वारी पैलेस देखने के बाद यहाँ पर बने संग्रहालय में घूमने जा सकते हैं। इसमें शाही घरानों और नवाबों के जीवन से जुड़ी आकर्षक वस्तुएँ देखी जा सकती हैं। जिनमें हथियार, सुन्दर पेंटिग्स, हाथी के दांत से बनी वस्तुएँ और शानदार कलाकृतियाँ प्रमुख हैं। इस संग्रहलय में 2700 से अधिक हथियारों को देख सकते हैं। इन हथियारों में [[अलीवर्दी ख़ाँ|नबाव अलीवर्दी खान]], [[सिराजुद्दौला]] और उनके दादाजी की तलवारें प्रमुख हैं। यहाँ घूमने के बाद विन्टेज कारों का अदभूत संग्रह भी देख सकते हैं। इन कारों का प्रयोग शाही घराने के सदस्य किया करते थे। संग्रहालय और पैलेस देखने के बाद यहाँ पर बने पुस्तकालय में भी घूमने जा सकते हैं। संग्रहालय में ब्रितानी जमाने की दुर्लभ वस्तुएं रखी हैं। | ||
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06:53, 6 नवम्बर 2011 का अवतरण
प्रीति चौधरी/अभ्यास पन्ना2
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विवरण | हजारद्वारी पैलेस के संग्रहालय में 18वीं शताब्दी की चांदी की दुर्लभ वस्तुएँ हैं। | ||
राज्य | पश्चिम बंगाल | ||
ज़िला | मुर्शिदाबाद | ||
निर्माता | जनरल डंकन मैक्लॉयड | ||
स्थापना | 1837 सन | ||
मार्ग स्थिति | हजारद्वारी पैलेस लालबाग से 2 किमी की दूरी पर स्थित है। | ||
प्रसिद्धि | हजारद्वारी पैलेस में लगभग 1000 द्वार हैं। | ||
कैसे पहुँचें | हवाई जहाज़, रेल, बस आदि | ||
नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा | |||
मुर्शिदाबाद रेलवे स्टेशन, बरहामपुर कोर्ट रेलवे स्टेशन | |||
टैक्सी, ऑटो रिक्शा | |||
क्या देखें | इस संग्रहलय में 2700 से अधिक हथियारों को देख सकते हैं। | ||
कहाँ ठहरें | होटल, अतिथि ग्रह, धर्मशाला | ||
ए.टी.एम | लगभग सभी | ||
गूगल मानचित्र | |||
संबंधित लेख | क़ासिम बाज़ार | भाषा | बंगाली और हिंदी |
वास्तुकार | मीर ज़ाफ़र और नवाब नजीम हूमांयू जाह | ||
अन्य जानकारी | हजारद्वारी पैलेस देखने के बाद यहाँ पर बने संग्रहालय में घूमने जा सकते हैं। इसमें शाही घरानों और नवाबों के जीवन से जुड़ी आकर्षक वस्तुएँ देखी जा सकती हैं। |
हजारद्वारी पैलेस पश्चिम बंगाल में मुर्शिदाबाद ज़िले का सबसे प्रमुख पर्यटक स्थल है। हजारद्वारी पैलेस के संग्रहालय में 18वीं शताब्दी की चांदी की दुर्लभ वस्तुएँ हैं।
निर्माण
हजारद्वारी पैलेस का निर्माण वर्ष 1837 में जनरल डंकन मैक्लॉयड ने कराया था। डंकन मैकलियोड मीर ज़ाफ़र के उत्तराधिकारी नवाब नजीम हूमांयू जाह के लिए यूरोपीयन शैली में कार्य किया था।
मुख्य आर्कषण
हजारद्वारी पैलेस में लगभग 1000 द्वार हैं। हजारद्वारी पैलेस तीन मंजिला भवन है और लगभग 41 एकड़ में फैला हुआ है। हजारद्वारी महल बहुत खूबसूरत है। हजारद्वारी महल के मनोरम दृश्य देखने योगय है। पुस्तकालय में घूमने के लिए पर्यटकों को पहले विशेष अनुमति लेनी पड़ती है।
संग्रहालय
हजारद्वारी पैलेस देखने के बाद यहाँ पर बने संग्रहालय में घूमने जा सकते हैं। इसमें शाही घरानों और नवाबों के जीवन से जुड़ी आकर्षक वस्तुएँ देखी जा सकती हैं। जिनमें हथियार, सुन्दर पेंटिग्स, हाथी के दांत से बनी वस्तुएँ और शानदार कलाकृतियाँ प्रमुख हैं। इस संग्रहलय में 2700 से अधिक हथियारों को देख सकते हैं। इन हथियारों में नबाव अलीवर्दी खान, सिराजुद्दौला और उनके दादाजी की तलवारें प्रमुख हैं। यहाँ घूमने के बाद विन्टेज कारों का अदभूत संग्रह भी देख सकते हैं। इन कारों का प्रयोग शाही घराने के सदस्य किया करते थे। संग्रहालय और पैलेस देखने के बाद यहाँ पर बने पुस्तकालय में भी घूमने जा सकते हैं। संग्रहालय में ब्रितानी जमाने की दुर्लभ वस्तुएं रखी हैं।