"तिरुपरनकुंद्रम" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
('{{पुनरीक्षण}} '''तिरुपरनकुंद्रम''' तमिलनाडु राज्य के [[...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
{{पुनरीक्षण}}
 
 
'''तिरुपरनकुंद्रम''' [[तमिलनाडु]] राज्य के [[मदुरै]] शहर से 10 किमी दूर दक्षिण में स्थित भगवान मुरुगन के छह निवास स्थानों में से एक है।  
 
'''तिरुपरनकुंद्रम''' [[तमिलनाडु]] राज्य के [[मदुरै]] शहर से 10 किमी दूर दक्षिण में स्थित भगवान मुरुगन के छह निवास स्थानों में से एक है।  
 
*तिरुपरनकुंद्रम में सालभर भक्तों का जमावड़ा लगा रहता है।  
 
*तिरुपरनकुंद्रम में सालभर भक्तों का जमावड़ा लगा रहता है।  
पंक्ति 6: पंक्ति 5:
 
*तिरुपरनकुंद्रम की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसके सबसे भीतरी मन्दिर को एक ही चट्टान से काटकर बनाया गया है, जो पर्यटकों को काफ़ी लुभाता है।
 
*तिरुपरनकुंद्रम की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसके सबसे भीतरी मन्दिर को एक ही चट्टान से काटकर बनाया गया है, जो पर्यटकों को काफ़ी लुभाता है।
 
*इस मंदिर की एक और खूबी यहाँ के गुफ़ा मंदिर हैं जिनमें तराशी गई भगवान की प्रतिमाएँ समान दूरी पर बनाई गई हैं।  
 
*इस मंदिर की एक और खूबी यहाँ के गुफ़ा मंदिर हैं जिनमें तराशी गई भगवान की प्रतिमाएँ समान दूरी पर बनाई गई हैं।  
*उनकी यह समानता सभी को आकर्षित करती है। इन गुफाओं तक आने के लिए संकर अंधियारे रास्ते से होकर जाना पड़ता है।  
+
*उनकी यह समानता सभी को आकर्षित करती है। इन गुफाओं तक आने के लिए सकरे अंधियारे रास्ते से होकर जाना पड़ता है।  
  
 
{{लेख प्रगति|आधार= |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
 
{{लेख प्रगति|आधार= |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
पंक्ति 15: पंक्ति 14:
 
{{तमिलनाडु के नगर}}
 
{{तमिलनाडु के नगर}}
 
[[Category:तमिलनाडु]]
 
[[Category:तमिलनाडु]]
 +
[[Category:भारत के नगर]]
 
[[Category:तमिलनाडु के नगर]]
 
[[Category:तमिलनाडु के नगर]]
[[Category:भारत के नगर]]
 
 
[[Category:हिन्दू धार्मिक स्थल]]
 
[[Category:हिन्दू धार्मिक स्थल]]
 
[[Category:धार्मिक स्थल कोश]]
 
[[Category:धार्मिक स्थल कोश]]
[[Category:नया पन्ना जनवरी-2012]]
+
 
  
 
__INDEX__
 
__INDEX__

06:23, 1 फ़रवरी 2012 का अवतरण

तिरुपरनकुंद्रम तमिलनाडु राज्य के मदुरै शहर से 10 किमी दूर दक्षिण में स्थित भगवान मुरुगन के छह निवास स्थानों में से एक है।

  • तिरुपरनकुंद्रम में सालभर भक्तों का जमावड़ा लगा रहता है।
  • तिरुपरनकुंद्रम में मुरुगन का देवयानी के साथ विवाह हुआ था इसलिए इस स्थान को शादी करने के लिए पवित्र माना जाता है।
  • चट्टानों से काट कर बनाए गए इस मंदिर में भगवान गणेश, शिव, दुर्गा, विष्णु आदि के अलग से मंदिर भी बने हुए हैं।
  • तिरुपरनकुंद्रम की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसके सबसे भीतरी मन्दिर को एक ही चट्टान से काटकर बनाया गया है, जो पर्यटकों को काफ़ी लुभाता है।
  • इस मंदिर की एक और खूबी यहाँ के गुफ़ा मंदिर हैं जिनमें तराशी गई भगवान की प्रतिमाएँ समान दूरी पर बनाई गई हैं।
  • उनकी यह समानता सभी को आकर्षित करती है। इन गुफाओं तक आने के लिए सकरे अंधियारे रास्ते से होकर जाना पड़ता है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख