त्रिषष्टिलक्षण महापुराण

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रविन्द्र प्रसाद (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 09:31, 25 जनवरी 2020 का अवतरण (''''त्रिषष्टिलक्षण महापुराण''' भगवान श्रीराम की...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

त्रिषष्टिलक्षण महापुराण भगवान श्रीराम की कथाओं से सम्बंधित है। जैन साहित्य में भी रामकथा का वर्णन मिलता है, रिषष्टिलक्षण महापुराण उन्हीं में से एक है।

  • इसमें 63 शलाका पुरुषों का जीवनवृत्त दिया गया है। इसके दो भाग हैं- 'आदिपुराण' और 'उत्तरपुराण'
  • आदिपुराण की रचना जिनसेन ने की थी तथा उत्तरपुराण की रचना जिनसेन के शिष्य गुणभद्र ने की थी।
  • यह ग्रन्थ नवीं शताब्दी का है।



इन्हें भी देखें: रामायण, वाल्मीकि, राम, सीता, लक्ष्मण, हनुमान एवं रावण


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख