राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार फ़िल्मों के क्षेत्र में दिये जाने वाले भारत का सबसे बड़ा फ़िल्मी पुरस्कार है जो सन 1954 से दिये जा रहे हैं। यह पुरस्कार फ़ीचर तथा गैर फ़ीचर दोनों तरह की फ़िल्मों के लिए प्रदान किया जाता है।

उद्देश्य

राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कारों का उद्देश्य सुरुचिपूर्ण और तकनीकी तौर पर उत्कृष्ट तथा सामाजिक तौर पर प्रासंगिक फ़िल्मों के निर्माण को बढ़ावा देकर सिनेमा के माध्यम से देश के विभिन्न क्षेत्रों की संस्कृतियों के प्रति समझ और सम्मान के प्रति योगदान करना और इस प्रकार राष्ट्र की एकता और अखंडता को बढ़ावा देना है।

पुरस्कार श्रेणी

फ़ीचर फ़िल्म खंड

इस खंड में 31 श्रेणियों में पुरस्कार दिए जाते हैं जिनमें निम्नलिखित प्रमुख हैं-

  • श्रेष्ठ फीचर फ़िल्म
  • निर्देशक की श्रेष्ठ प्रथम फ़िल्म
  • मनोरंजन से भरपूर सबसे लोकप्रिय फ़िल्म
  • श्रेष्ठ निर्देशन
  • श्रेष्ठ अभिनेता
  • श्रेष्ठ अभिनेत्री
  • श्रेष्ठ सम्पादन
  • श्रेष्ठ संगीत
  • श्रेष्ठ कोरियोग्राफी

गैर-फीचर फ़िल्म खंड

इस खंड में 22 श्रेणियों में पुरस्कार दिए जाते हैं जिनमें निम्नलिखित प्रमुख हैं-

  • श्रेष्ठ गैर-फीचर फ़िल्म
  • श्रेष्ठ जीवन चरित्र
  • विशेष ज्यूरी पुरस्कार
  • श्रेष्ठ ध्वनि चित्रण
  • सिनेमा पर श्रेष्ठ लेखन
  • श्रेष्ठ फ़िल्म समालोचन

समाचार

60वें राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्‍कारों की घोषणा

18 मार्च, 2013, सोमवार
फ़िल्म 'पान सिंह तोमर' में इरफ़ान ख़ान

तिग्मांशु धूलिया निर्देशित फ़िल्म 'पान सिंह तोमर' को 60वें राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार समारोह में वर्ष 2012 का सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म चुना गया। सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार इरफ़ान ख़ान (पान सिंह तोमर) और विक्रम गोखले (मराठी फ़िल्मन अनुमति) को संयुक्त रूप से देने का निर्णय लिया गया। अभिनेता इरफ़ान ने फ़िल्म पान सिंह तोमर में राष्ट्रीय स्तर के एक एथलीट का किरदार निभाया है, जो बाद में चम्बल घाटी का सबसे दुर्दांत डकैत बन गया। किसी निर्देशक की सर्वश्रेष्ठ पहली फ़िल्म के लिए हिन्दी फ़िल्म चिट्टागॉन्ग के निर्देशक बेदब्रत पेन तथा मलयालम फ़िल्म 101 चोदियन्गल के निर्देशक सिद्धार्थ सिवा को इंदिरा गांधी पुरस्कार हेतु चयनित किया गया। राष्ट्रीय एकता के लिए दिया जाने वाला सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म का नरगिस दत्त पुरस्कार मलयालम फ़िल्म 'थानिचल्लनजान' को देने का निर्णय लिया गया। 'विक्की डोनर' का चयन 3 राष्ट्रीय पुरस्कार हेतु किया गया। वर्ष 2012 के लिए राष्ट्रीय पुरस्कारों की घोषणा फ़िल्मकार बासु चटर्जी, अरूणा राजे तथा स्वपन मलिक ने 18 मार्च, 2013 को की।

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58वें राष्‍ट्रीय फ़िल्म पुरस्‍कारों की घोषणा

गुरुवार, 19 मई, 2011
फ़िल्म 'दबंग', सर्वाधिक मनोरंजक फ़िल्म से पुरस्कृत

19 मई, 2011 गुरुवार को 58वें राष्‍ट्रीय पुरस्‍कारों की घोषणा हुई। फ़िल्म 'मोनेर मानुस' को राष्‍ट्रीय एकता के लिए पुरस्‍कृत किया गया है। इसके अलावा फिल्‍म 'दबंग' को सर्वाधिक मनोरंजक फ़िल्म का पुरस्‍कार दिया गया। मलयालम फ़िल्म ‘एदेमाइन्ते माकान अबू’ को सर्वश्रेठ फ़िल्म चुना गया है जबकि अरुणिमा शार्मा को सर्वश्रेष्‍ठ निर्देशक का पुरस्‍कार दिया गया है। मलयालम फ़िल्म ‘एदेमाइन्ते माकान अबू’ के लिए मलयालम अभिनेता सलीम कुमार और तमिल अभिनेता धनुष संयुक्त रूप से सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चुने गए। मिताली जगताप और सरन्ना पी को संयुक्त रूप से सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चुना गया।

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राष्ट्रपति ने 57वें राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कारों से कलाकारों को सम्मानित किया

शुक्रवार, 22 अक्टूबर, 2010
राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल से पुरस्कार ग्रहण करते अमिताभ बच्चन

राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने शुक्रवार को 57वें राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कारों से कलाकारों को सम्मानित किया। उन्होंने बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन को फ़िल्म "पा" के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार प्रदान किया। 57वें राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार में बॉलीवुड ने 15 राष्ट्रीय पुरस्कार जीते। मलयालम फ़िल्म "कुट्टी स्त्रंक" को सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किया गया। इसके अलावा रितुपर्णो घोष को फ़िल्म "अबोहोमन" के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक और इसी फ़िल्म के लिए अनन्या चटर्जी को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार प्रदान किया गया। सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का पुरस्कार अरूंधती नाग को दिया गया। उन्होंने फ़िल्म "पा" में बिग बी की दादी की भूमिका निभाई थी। आमिर खान अभिनीत "3 इडियट्स" को भरपूर मनोरंजन करने वाली "सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय फ़िल्म" का राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किया गया।

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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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