"ए. के. गोपालन" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
छो (Adding category Category:चरित कोश (को हटा दिया गया हैं।))
पंक्ति 17: पंक्ति 17:
 
{{स्वतन्त्रता सेनानी}}
 
{{स्वतन्त्रता सेनानी}}
 
[[Category:समाज सुधारक]][[Category:स्वतन्त्रता सेनानी]][[Category:इतिहास कोश]][[Category:राजनीतिज्ञ]] [[Category:राजनीति कोश]]
 
[[Category:समाज सुधारक]][[Category:स्वतन्त्रता सेनानी]][[Category:इतिहास कोश]][[Category:राजनीतिज्ञ]] [[Category:राजनीति कोश]]
 +
[[Category:चरित कोश]]
 
__INDEX__
 
__INDEX__

08:28, 4 जून 2011 का अवतरण

  • ए.के. गोपालन केरल के महान नेता थे।
  • उन्होंने अपने जीवन का आरम्भ एक स्कूली शिक्षक के रूप में किया।
  • वे समाज सुधारक भी थे तथा निम्न वर्गों की स्थिति में सुधार करना चाहते थे।
  • 1932 ई. में गुरुवायूर सत्याग्रह में उनकी महत्त्वपूर्ण भूमिका रही तथा मन्दिर प्रवेश के मुद्दे पर उनकी पिटाई भी हुई।
  • इसके पश्चात्त गोपालन ने पूरे केरल में जनजागरण यात्राएँ कीं।
  • बाद में उनका झुकाव कम्युनिज्म की तरफ होने लगा तथा वे केरल के सबसे लोकप्रिय कम्यूनिस्ट नेता बने।
  • केरल में काँग्रेस सोशलिस्ट पार्टी की स्थापना में उनकी महत्त्वपूर्ण भूमिका रही।
  • उन्होंने ट्रावनकोर के दीवान सी.पी. रामास्वामी अय्यर की निरंकुशता के विरुद्ध जन आन्दोलनों का संचालन किया।
  • स्वतंत्रता के बाद भी वे केरल की राजनीति में सक्रिय रहे।[1]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. नागोरी, डॉ. एस.एल. “खण्ड 3”, स्वतंत्रता सेनानी कोश (गाँधीयुगीन), 2011 (हिन्दी), भारतडिस्कवरी पुस्तकालय: गीतांजलि प्रकाशन, जयपुर, पृष्ठ सं 83।

संबंधित लेख