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*13 मई 1960 को मैक्स आइजेलिन के नेतृत्व में स्विस अभियान दल के इसके शिखर पर सबसे पहले पहुँचा। इनके पहुंचने से पहले तक 4,600 मीटर ऊंची दक्षिणी दीवार, चोटी की खड़ी | *13 मई 1960 को मैक्स आइजेलिन के नेतृत्व में स्विस अभियान दल के इसके शिखर पर सबसे पहले पहुँचा। इनके पहुंचने से पहले तक 4,600 मीटर ऊंची दक्षिणी दीवार, चोटी की खड़ी | ||
ढलानों तथा विषम जलवायु के कारण कोई इस पर नहीं चढ़ पाया था। | ढलानों तथा विषम जलवायु के कारण कोई इस पर नहीं चढ़ पाया था। | ||
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15:15, 14 सितम्बर 2010 का अवतरण
- इसका नाम दो संस्कृत शब्दों से लिया गया है, जिनका अर्थ है ‘श्वेत पर्वत’ ।
- उत्तर-मध्य नेपाल में हिमालय की पर्वत श्रंखला का भाग है।
- गहरी काली गंडक नदी घाटी के पश्चिम की ओर स्थित है।
- बर्फ़ से ढकी इसकी कई चोटियां 7,620 मीटर से अधिक ऊंची हैं, जिनमें धौलगिरी प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ शामिल हैं।
- 8,167 मीटर ऊंचा 'धौलगिरि प्रथम' विश्व के सबसे ऊंचे पर्वतों में से एक है।
- 13 मई 1960 को मैक्स आइजेलिन के नेतृत्व में स्विस अभियान दल के इसके शिखर पर सबसे पहले पहुँचा। इनके पहुंचने से पहले तक 4,600 मीटर ऊंची दक्षिणी दीवार, चोटी की खड़ी
ढलानों तथा विषम जलवायु के कारण कोई इस पर नहीं चढ़ पाया था।
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