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!कहावत लोकोक्ति मुहावरे
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!अर्थ
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* एक पंथ दो काज
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* एक करेला/गिलोय, दूसरे नीम चढ़ा।
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* एक अंडा वह भी गंदा।
1-एक पंथ दो काज
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* एक आँख से रोवे, एक आँख से हँसे।
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* एक अनार सौ बीमार।
अर्थ - एक काम के प्रयत्न से दो काम पूरे होना।
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* एक आवे (आवाँ) के बर्तन।
|-
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* एक और एक ग्यारह होते हैं।
|2- एक करेला/गिलोय, दूसरे नीम चढ़ा।
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* एक के दूने से सौ के सवाये भले।
|
+
* एक गंदी मछली सारे तालाब को गंदा कर देती है।
अर्थ - एक दोष होने के साथ ही साथ दूसरा दोष भी होना।
+
* एक टकसाल के ढले।
|-
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* एक तवे की रोटी, क्या छोटी क्या मोटी।
|3- एक अंडा वह भी गंदा।
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* एक तो चोरी दूसरे सीना-जोरी।
|
+
* एक ही थैली के चट्टे-बट्टे होना।
अर्थ - चीज़ भी थोड़ी है और जितनी है वह भी बेकार है।
+
* एक मुँह दो बातें।
|-
+
* एक म्यान में दो तलवारें नहीं समा सकती।
|4- एक आँख से रोवे, एक आँख से हँसे।
+
* एक हाथ से ताली नहीं बजती।
|
+
* एक ही लकड़ी से सबको हाँकना।
अर्थ - दिखावटी रोना या दिखावटी काम करना।
+
* एकै साधे सब सधे, सब साधे सब जाय।
|-
+
* एक आँख से देखना।
|5- एक अनार सौ बीमार।
+
* एक-एक नस पहचानना।
|
+
* एक घाट का पानी पीना।
अर्थ - चीज़ का कम होना और चाहने वाले ज़्यादा होना।
+
* एक लकड़ी से सबको हाँकना।
|-
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* एडि़याँ रगड़ना।
|6- एक आवे (आवाँ) के बर्तन।
+
* एड़ी-चोटी का पसीना एक करना।
|
 
अर्थ - सब का एक जैसा होना जैसे कुम्हार के आवे (आवाँ) में सभी बर्तन एक जैसे ही पकते हैं।
 
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|7- एक और एक ग्यारह होते हैं।
 
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अर्थ - एकता में बल होता है।
 
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|8- एक के दूने से सौ के सवाये भले।
 
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अर्थ - अधिक लाभ पर कम माल बेचने की अपेक्षा कम लाभ पर अधिक माल बेचना अधिक फ़ायदेमंद होता है।
 
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|9- एक गंदी मछली सारे तालाब को गंदा कर देती है।
 
|
 
अर्थ - एक बुरा आदमी सारी बिरादरी की बदनामी कराता है।
 
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|10- एक टकसाल के ढले।
 
|
 
अर्थ - सबका एक जैसा होना।
 
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|11- एक तवे की रोटी, क्या छोटी क्या मोटी।
 
|
 
अर्थ - कोई भी भेदभाव नहीं होना अर्थात समानता का होना।
 
|-
 
|12- एक तो चोरी दूसरे सीना-जोरी।
 
|
 
अर्थ - कोई अपराध करके अपराध न मानना और उल्टे रौब गाँठना।
 
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|13- एक (ही) थैली के चट्टे-बट्टे होना।
 
|
 
अर्थ - एक ही जैसे दुर्गुण वाले होना।
 
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|14- एक मुँह दो बातें।
 
|
 
अर्थ - अपनी बात से पलट जाना।
 
|-
 
|15- एक म्यान में दो तलवारें नहीं समा सकती।
 
|
 
अर्थ - समान अधिकार वाले दो व्यक्ति एक ही क्षेत्र में नहीं रह सकते हैं।
 
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|16- एक हाथ से ताली नहीं बजती।
 
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अर्थ - झगड़े के लिए दोनों पक्ष जिम्मेदार होते हैं, एक के झगड़ा करने से झगड़ा नहीं होता है।
 
|-
 
|17- एक ही लकड़ी से सबको हाँकना।
 
|
 
अर्थ - छोटे- बड़े का ध्यान न रखकर सबके साथ एक जैसा ही व्यवहार करना।
 
|-
 
|18- एकै साधे सब सधे, सब साधे सब जाय।
 
|
 
अर्थ - एक समय में एक ही काम हाथ में लेना चाहिए, कई काम एक साथ करने से कोई काम सही नहीं होता है।
 
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|19- एक आँख से देखना।
 
|
 
अर्थ - सबको बराबर समझना।
 
|-
 
|20- एक-एक नस पहचानना।
 
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अर्थ - सब कुछ समझना।
 
|-
 
|21- एक घाट का पानी पीना।
 
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अर्थ - एकता और सहनशील होना।
 
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|22- एक लकड़ी से सबको हाँकना।
 
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अर्थ - यथायोग्य व्यवहार न करना।
 
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|23- एक ही थैली के चट्टे-बट्टे।
 
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अर्थ - एक जैसे चरित्र और विचार के लोग।
 
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|24- एडि़याँ रगड़ना।
 
|
 
अर्थ - बहुत दौड़-धूप करना।
 
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|25- एड़ी-चोटी का पसीना एक करना।
 
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अर्थ - घोर परिश्रम करना।
 
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10:52, 23 मई 2011 का अवतरण

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                              अं                                                                                              क्ष    त्र    श्र

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  • एक पंथ दो काज
  • एक करेला/गिलोय, दूसरे नीम चढ़ा।
  • एक अंडा वह भी गंदा।
  • एक आँख से रोवे, एक आँख से हँसे।
  • एक अनार सौ बीमार।
  • एक आवे (आवाँ) के बर्तन।
  • एक और एक ग्यारह होते हैं।
  • एक के दूने से सौ के सवाये भले।
  • एक गंदी मछली सारे तालाब को गंदा कर देती है।
  • एक टकसाल के ढले।
  • एक तवे की रोटी, क्या छोटी क्या मोटी।
  • एक तो चोरी दूसरे सीना-जोरी।
  • एक ही थैली के चट्टे-बट्टे होना।
  • एक मुँह दो बातें।
  • एक म्यान में दो तलवारें नहीं समा सकती।
  • एक हाथ से ताली नहीं बजती।
  • एक ही लकड़ी से सबको हाँकना।
  • एकै साधे सब सधे, सब साधे सब जाय।
  • एक आँख से देखना।
  • एक-एक नस पहचानना।
  • एक घाट का पानी पीना।
  • एक लकड़ी से सबको हाँकना।
  • एडि़याँ रगड़ना।
  • एड़ी-चोटी का पसीना एक करना।