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#उस पानी का भाव इतना तेज था कि कोई नाव वहाँ तक पहुँची ही न पाती थी। फ़ौजी सैनिकों तक ने अपने घुटने टेक दिए। | #उस पानी का भाव इतना तेज था कि कोई नाव वहाँ तक पहुँची ही न पाती थी। फ़ौजी सैनिकों तक ने अपने घुटने टेक दिए। | ||
06:41, 28 अक्टूबर 2015 का अवतरण
घुटने टेकना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ- हार मान लेना, आत्मसमर्पण कर देना।
प्रयोग-
- मैं सूर्यप्रताप सिंह के आगे घुटने नहीं टेक सकता। (प्रेमचंद)
- उस पानी का भाव इतना तेज था कि कोई नाव वहाँ तक पहुँची ही न पाती थी। फ़ौजी सैनिकों तक ने अपने घुटने टेक दिए।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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