"परदेसी बालम धन अकेली मेरा बिदेसी घर आवना -अमीर ख़ुसरो" के अवतरणों में अंतर
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परदेसी बालम धन अकेली मेरा बिदेसी घर आवना। | परदेसी बालम धन अकेली मेरा बिदेसी घर आवना। | ||
− | बिर का | + | बिर का दु:ख बहुत कठिन है प्रीतम अब आजावना। |
इस पार जमुना उस पार गंगा बीच चंदन का पेड़ ना। | इस पार जमुना उस पार गंगा बीच चंदन का पेड़ ना। | ||
इस पेड़ ऊपर कागा बोले कागा का बचन सुहावना। | इस पेड़ ऊपर कागा बोले कागा का बचन सुहावना। |
14:03, 2 जून 2017 के समय का अवतरण
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परदेसी बालम धन अकेली मेरा बिदेसी घर आवना। |
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