करूर
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करूर केरल की प्राचीनतम राजधानी जो परियार नदी पर स्थित थीं। करूर का अभिज्ञान वर्तमान तिकरूर ग्राम से किया गया है जो कोचीन से 28 मील पूर्वोत्तर में है। अमरावती-कावेरी संगम यहाँ से 6 मील है। केरल या चेरवंशीय नरेशों के पश्चात् चोलों ने भी यहाँ राज्य किया। ये अपने को सूर्यवंशीय मानते थे और इसी कारण करूर को भास्करपुरम् या भास्करक्षेत्र भी कहा जाता था। करूर में पशुपतीश्वर शिव का कलापूर्ण मंदिर है।
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