एक्स्प्रेशन त्रुटि: अनपेक्षित उद्गार चिन्ह "२"।

"नारद कुण्ड काम्यवन" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
 
छो (1 अवतरण)
(कोई अंतर नहीं)

08:40, 25 जून 2010 का अवतरण

Bharatkosh-logo.png पन्ना बनने की प्रक्रिया में है। आप इसको तैयार करने में सहायता कर सकते हैं।

यह नारद जी की आराधना स्थली है। देवर्षि नारद इस स्थान पर कृष्ण की मधुर लीलाओं का गान करते हुए अधैर्य हो जाते थे। [1]


सम्बंधित लिंक

टीका-टिप्पणी

  1. देखह नारद कुण्ड नारद एई खाने। हैल महा अधैर्य कृष्णेर लीला गाने। (भक्तिरत्नाकर)