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'''अर्थ''' -अपने घर की तरह दुसरे के घर में रहना अर्थात दूसरे के घर में किसी प्रकार की औपचारिकता न बरतना।
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'''अर्थ''' -अपने घर की तरह दुसरे के घर में रहना अर्थात् दूसरे के घर में किसी प्रकार की औपचारिकता न बरतना।
  
 
'''प्रयोग''' -मैंने तो सदा इस घर को अपना ही घर समझा है। भले ही आपने मुझे अपना समझा हो या न। (किरणबाला)
 
'''प्रयोग''' -मैंने तो सदा इस घर को अपना ही घर समझा है। भले ही आपने मुझे अपना समझा हो या न। (किरणबाला)
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==संबंधित लेख==
 
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[[Category:हिन्दी मुहावरे एवं लोकोक्ति कोश]]
 
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[[Category:कहावत लोकोक्ति मुहावरे]]
 
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[[Category:साहित्य कोश]]
 
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12:10, 20 अप्रैल 2018 के समय का अवतरण

अपना घर समझना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है ।

अर्थ -अपने घर की तरह दुसरे के घर में रहना अर्थात् दूसरे के घर में किसी प्रकार की औपचारिकता न बरतना।

प्रयोग -मैंने तो सदा इस घर को अपना ही घर समझा है। भले ही आपने मुझे अपना समझा हो या न। (किरणबाला)


टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख

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