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− | 1- भादों की छठ चांदनी, जो अनुराधा होय। | + | | अर्थ - भादों सुदी छट को अनुराधा नक्षत्र हो तब अनुपजाऊ धरती में भी धान बो देने से उपज हो जाती है। |
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− | |2- भई हल लगा बस पाताल, | + | |2- भई हल लगा बस पाताल, न पड़े जगत् और घर काल। |
− | न पड़े | + | |अर्थ - किसानों को धरती में हल खूब धंसा कर ज़मीन को जोतना चाहिए, इससे संसार में अकाल कभी नहीं पड़ेगा। |
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− | अर्थ - किसानों को धरती में हल खूब धंसा कर ज़मीन को जोतना चाहिए, इससे संसार में अकाल कभी नहीं पड़ेगा। | ||
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|3- भागते भूत की लँगोटी ही सही। | |3- भागते भूत की लँगोटी ही सही। | ||
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|4- भगीरथ प्रयत्न। | |4- भगीरथ प्रयत्न। | ||
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|5- भाड़ झोंकना। | |5- भाड़ झोंकना। | ||
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|6- भाड़े का टट्टू। | |6- भाड़े का टट्टू। | ||
− | | | + | |अर्थ - पैसे लेकर ही काम करने वाला। |
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|7- भिड़(बर्र) के छत्ते को छेड़ना। | |7- भिड़(बर्र) के छत्ते को छेड़ना। | ||
− | | | + | |अर्थ - चिड़चिड़े आदमी को चिढ़ाना। |
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|8- भीगी बिल्ली़ बनना। | |8- भीगी बिल्ली़ बनना। | ||
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|9- भेडि़या धसान। | |9- भेडि़या धसान। | ||
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|10- भैंस के आगे बीन बजाना। | |10- भैंस के आगे बीन बजाना। | ||
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+ | |अर्थ - आकांक्षा से अच्छी तरह देना। | ||
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+ | |24- [[भर जाना]]। | ||
+ | |अर्थ - पूर्ण हो जाना। | ||
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+ | |25- [[भर पाना]]। | ||
+ | |अर्थ - पूरा पावना पा जाना। | ||
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+ | |26- [[भर पेट]]। | ||
+ | |अर्थ - जो भरकर। | ||
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+ | |27- [[भर मुँह]]। | ||
+ | |अर्थ - बहुत अधिक, जी भरकर। | ||
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+ | |28- [[भरना]]। | ||
+ | |अर्थ - उलटी सीधी बातें सिखाना-पढ़ाना। | ||
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+ | |29- [[भरपाई कर देना]]। | ||
+ | |अर्थ - पूरा-पूरा चुका देना। | ||
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+ | |30- [[भरमा जाना]]। | ||
+ | |अर्थ - भुलावे में आना। | ||
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+ | |31- [[भरा घर]]। | ||
+ | |अर्थ - ऐसा घर जिसमें रहने वालों की संख्या यथेष्ट हो। | ||
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+ | |32- [[भरा भरा]]। | ||
+ | |अर्थ - भरा पूरा, सब प्रकार से पूर्ण। | ||
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+ | |33- [[भरी जवानी में]]। | ||
+ | |अर्थ - पूर्ण युवावस्था में। | ||
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+ | |34- [[भार संभालना]]। | ||
+ | |अर्थ - दायित्व ग्रहण करना। | ||
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+ | |35- [[भला लगना]]। | ||
+ | |अर्थ - सुंदर और सुखद प्रतीत होना। | ||
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+ | |36- [[भस्म करना|भस्म करना/कर देना]]। | ||
+ | |अर्थ - जलाकर राख कर देना। | ||
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+ | |37- [[भस्म होना|भस्म होना/हो जाना]]। | ||
+ | |जलकर राख होना। | ||
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+ | |38- [[भाँजी मारना|भाँजी मारना/मार देना]]। | ||
+ | |अर्थ - किसी ऐसे व्यक्ति से किसी की निंदा करना जिससे वह उसका होता हुआ काम बिगाड़ दे। | ||
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+ | |अर्थ - भोजन की आवश्यकता प्रतीत होना। | ||
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+ | |50- [[भूत होना|भूत होना/हो जाना]]। | ||
+ | |अर्थ - क्रोध से अभिभूत होना। | ||
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+ | |51- [[भूमिका बाँधना]]। | ||
+ | |अर्थ - आधार तैयार करना। | ||
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+ | |52- [[भूलकर भी]]। | ||
+ | |अर्थ - अनजाने भी। | ||
+ | |- | ||
+ | |53- [[भेंट चढ़ाना]]। | ||
+ | |अर्थ - अर्पित करना, उत्सर्ग करन, बलि देना। | ||
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+ | |54- [[भेड़ बना लेना]]। | ||
+ | |अर्थ - अनुगामी या गुलाम बना लेना। | ||
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+ | |55- [[भेड़ बकरियों की तरह काटना|भेड़ बकरियों की तरह काटना/कटवाना]]। | ||
+ | |अर्थ - निरीहों को मौत के मुँह में झोंकना | ||
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+ | |अर्थ - किसी अन्य व्यक्ति जैसा रंग, रूप तथा पहनावा धारण करना। | ||
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+ | |57- [[भैंस के आगे बीन बजाना]]। | ||
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+ | |58- [[भोथरा हो जाना]]। | ||
+ | |अर्थ - धार या काट करने की शक्ति नष्ट हो जाना। | ||
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+ | |59- [[भौंहों पर बल पड़ना]]। | ||
+ | |अर्थ - भौंहों से आक्रोश सूचित होना। | ||
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+ | |60- भौंहें नचाना। | ||
+ | |अर्थ - बराबर भौंहें हिला हिलाकर चंचलता या हाव-भाव दिखलाना। | ||
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कहावत लोकोक्ति मुहावरे | अर्थ |
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1- भादों की छठ चांदनी, जो अनुराधा होय। उबड़-खाबड़ बोय दे, अन्न घनेरा होय। | अर्थ - भादों सुदी छट को अनुराधा नक्षत्र हो तब अनुपजाऊ धरती में भी धान बो देने से उपज हो जाती है। |
2- भई हल लगा बस पाताल, न पड़े जगत् और घर काल। | अर्थ - किसानों को धरती में हल खूब धंसा कर ज़मीन को जोतना चाहिए, इससे संसार में अकाल कभी नहीं पड़ेगा। |
3- भागते भूत की लँगोटी ही सही। | अर्थ - कुछ भी मिलने की उम्मीद न हो और कुछ मिल जाए। |
4- भगीरथ प्रयत्न। | अर्थ - भारी कोशिश। |
5- भाड़ झोंकना। | अर्थ - समय व्यर्थ खोना। |
6- भाड़े का टट्टू। | अर्थ - पैसे लेकर ही काम करने वाला। |
7- भिड़(बर्र) के छत्ते को छेड़ना। | अर्थ - चिड़चिड़े आदमी को चिढ़ाना। |
8- भीगी बिल्ली़ बनना। | अर्थ - सहम जाना। |
9- भेडि़या धसान। | अर्थ - अंधानुकरण। |
10- भैंस के आगे बीन बजाना। | अर्थ - नासमझ आदमी को उपदेश देना। |
11- भंडा फूटना/फूट जाना। | अर्थ - भेद या रहस्य खुलना। |
12- भंडा फोड़ना/फोड़ देना। | अर्थ - रहस्य खोलना, भेद प्रकट करना। |
13- भँवर में गोते खाना। | अर्थ - भारी संकट में जा फँसना। |
14- भगाकर लाना। | अर्थ - बहकाकर लाना। |
15- भगा देना। | अर्थ - दूर हटा देना, खदेड़ देना, दूर कर देना, ख़त्म कर देना। |
16- भट्ठा बैठना/बैठ जाना। | अर्थ - कारोबार नष्ट हो जाना या बहुत बड़ी आर्थिक हानि होना। |
17- भटठी दहकना/दहकने लगना। | अर्थ - कारखाना या कारोबार जोरों से चलना। |
18- भड़क उठना। | अर्थ - उग्र या तीव्र रूप धारण कर लेना। |
19- भड़क जाना। | अर्थ - आशंका, विरोध, भय आदि के कारण क्रुद्ध हो जाना। |
20- भड़ास निकालना। | अर्थ - मन के दबे भावों को फूट निकलने देना। |
21- भनक मिलना। | अर्थ - सुनगुन प्राप्त होना, उड़ती खबर मिलना। |
22- भय खाना। | अर्थ - डरना, भयभीत होना। |
23- भर आँख देखना। | अर्थ - आकांक्षा से अच्छी तरह देना। |
24- भर जाना। | अर्थ - पूर्ण हो जाना। |
25- भर पाना। | अर्थ - पूरा पावना पा जाना। |
26- भर पेट। | अर्थ - जो भरकर। |
27- भर मुँह। | अर्थ - बहुत अधिक, जी भरकर। |
28- भरना। | अर्थ - उलटी सीधी बातें सिखाना-पढ़ाना। |
29- भरपाई कर देना। | अर्थ - पूरा-पूरा चुका देना। |
30- भरमा जाना। | अर्थ - भुलावे में आना। |
31- भरा घर। | अर्थ - ऐसा घर जिसमें रहने वालों की संख्या यथेष्ट हो। |
32- भरा भरा। | अर्थ - भरा पूरा, सब प्रकार से पूर्ण। |
33- भरी जवानी में। | अर्थ - पूर्ण युवावस्था में। |
34- भार संभालना। | अर्थ - दायित्व ग्रहण करना। |
35- भला लगना। | अर्थ - सुंदर और सुखद प्रतीत होना। |
36- भस्म करना/कर देना। | अर्थ - जलाकर राख कर देना। |
37- भस्म होना/हो जाना। | जलकर राख होना। |
38- भाँजी मारना/मार देना। | अर्थ - किसी ऐसे व्यक्ति से किसी की निंदा करना जिससे वह उसका होता हुआ काम बिगाड़ दे। |
39- भाँप जाना। | अर्थ - ताड़ जाना, जान लेना। |
40- भाग जाना। | अर्थ - घर और घरवालों को छोड़कर किसी के साथ चले जाना। |
41- भाग फूटना/फूट जाना। | अर्थ - तकदीर फूटना। |
42-भागना। | अर्थ - कर्तव्य से या दायित्व ग्रहण से पीछे हटना। |
43- भाग्य खोटा होना। | अर्थ - भाग्यहीन होना। |
44- भाग्य फिरना/फिर जाना। | अर्थ - परिस्थितियों में सुधार होना। |
45- भाग्य फूटना/फूट जाना। | अर्थ - बहुत बड़ी हानि होना। |
46- भाग्य झोंकना। | अर्थ - बहुत कुछ तुच्छ और व्यर्थ का काम करना। |
47- भाड़ में जाना। | अर्थ - राख होना, नष्ट होना। |
48- भुरता बना देना | अर्थ - कचूमर निकाल देना। |
49- भूख लगना। | अर्थ - भोजन की आवश्यकता प्रतीत होना। |
50- भूत होना/हो जाना। | अर्थ - क्रोध से अभिभूत होना। |
51- भूमिका बाँधना। | अर्थ - आधार तैयार करना। |
52- भूलकर भी। | अर्थ - अनजाने भी। |
53- भेंट चढ़ाना। | अर्थ - अर्पित करना, उत्सर्ग करन, बलि देना। |
54- भेड़ बना लेना। | अर्थ - अनुगामी या गुलाम बना लेना। |
55- भेड़ बकरियों की तरह काटना/कटवाना। | अर्थ - निरीहों को मौत के मुँह में झोंकना |
56- भेस बदलना। | अर्थ - किसी अन्य व्यक्ति जैसा रंग, रूप तथा पहनावा धारण करना। |
57- भैंस के आगे बीन बजाना। | अर्थ - निरर्थक प्रयत्न करना। |
58- भोथरा हो जाना। | अर्थ - धार या काट करने की शक्ति नष्ट हो जाना। |
59- भौंहों पर बल पड़ना। | अर्थ - भौंहों से आक्रोश सूचित होना। |
60- भौंहें नचाना। | अर्थ - बराबर भौंहें हिला हिलाकर चंचलता या हाव-भाव दिखलाना। |